ट्रेनों के डब्बे हो रहे ओवर फ्लो - कन्फर्म सीट को तरसे यात्री
ट्रेनों के डब्बे हो रहे ओवर फ्लो - कन्फर्म सीट को तरसे यात्री
डिजिटल डेस्क ,जबलपुर। गर्मी की छुट्टियों की शुरूआत के साथ ही ट्रेनों में सफर का कहर शुरू हो गया है। जबलपुर से चारों दिशाओं की ओर जाने वाली गाड़ियां फुल चल रही हैं। ऐसे में जबलपुर रेलवे स्टेशन से चलने वाली और होकर गुजरने वाली गाड़ियों में यात्रियों की इतनी भीड़ उमड़ रही है कि ट्रेनों के कोचेज में पाँव रखने की जगह नहीं मिल रही है। ट्रेनों के कोचेज भीड़ से भरे हुए हैं, जिसे जहां जगह मिल रही है, वहीं पर खड़े होकर यात्रा करने के लिए मजबूर दिखाई दे रहा है। लगातार बढ़ती भीड़ की वजह से अधिकांश ट्रेनों में वेटिंग 150 के पार हो चुकी है और यात्री एक-एक कन्फर्म सीट को पाने के लिए परेशान हो रहे हैं। ट्रेन के आने के कुछ समय पहले तक भी वेटिंग खिसक नहीं रही है, जिसके कारण बड़ी संख्या में पैसेंजर्स को यात्रा कैंसल करने के लिए भी मजबूर होना पड़ रहा है।
सीट को लेकर यात्रियों की परेशानी बढ़ी
रेलवे से प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली, मुंबई के साथ अन्य दिशाओं में जाने वाली अधिकांश ट्रेनों में कन्फर्म टिकट मिलना मुश्किल हो रहा है। दिल्ली की ओर जाने वाली गोंडवाना एक्सप्रेस, महाकोशल एक्सप्रेस, सुपरफास्ट एक्सप्रेस, मप्र संपर्क क्रांति, जम्मूतवी एक्सप्रेस, सुविधा एक्सप्रेस, कामाख्या एक्सप्रेस, भागलपुर मुंंबई एलटीटी, साकेत एक्सप्रेस, गोरखपुर मुंबई एक्सप्रेस, रत्नागिरि एक्सप्रेस, दरभंगा एलटीटी आदि गाडिय़ों में भी कन्फर्म टिकट की उम्मीद खत्म हो रही है, जिससे यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। इसी के साथ भोपाल की ओर जाने वाली ओवरनाइट एक्सप्रेस का भी हाल कुछ ऐसा ही है।
मेले जैसे दिख रहे हालात
यात्रियों की भीड़ की वजह से मुख्य रेलवे स्टेशन पर मेले जैसे हालात दिखाई दे रहे हैं। चाहे प्लेटफॉर्म हो या फिर वेटिंग हॉल या फिर लॉबी हर जगह यात्रियों की भीड़ ट्रेनों का इंतजार करती हुई दिखाई दे रही है। स्टेशन के बाहर से लेकर भीतर तक भीड़ के हालात हैं। जैसे ही कोई ट्रेन आती है, स्टेशन पर हलचल बढ़ जाती है और भीड़ का रेला ट्रेन की ओर भागता दिखाई देता है। कुछ ही देर हालात सामान्य होते हैं और उसके बाद आने वाली ट्रेन का कोलाहल नजर आने लगता है। पी-5
रिजर्वेशन कराने सुबह से लग रही लाइन
गर्मी की छुट्टियाँ होने के कारण लोग घूमने-फिरने के लिए प्लान बना रहे हैं, लेकिन उनकी योजना पर ट्रेनों में उमड़ रही भीड़ और लंबी वेटिंग पानी फेरते दिखाई दे रहे हैं। रिजर्वेशन कराने के लिए लोग सुबह से रिजर्वेशन काउंटर्स के सामने लाइन लगाकर खड़े होते हैं। ये सिलसिला शाम तक जारी रहता है। लंबी कतारों का आलम यह है कि वे खिसकने का नाम ही नहीं लेतीं। यात्री जिस ट्रेन में रिजर्वेशन चाहते हैं, उनमें सीट ही नहीं मिल रही है, इस बात को लेकर काउंटर पर बहस हो रही है। दूसरी ट्रेन के विकल्प को लेकर यात्री संशय में हैं, जिसकी वजह से रिजर्वेशन काउंटर्स के सामने लगी लंबी कतारें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं।