वन विभाग की पेट्रोलिंग टीम पर चढ़ाया ट्रैक्टर, बीट गार्ड घायल

रेत माफिया का दुस्साहस वन विभाग की पेट्रोलिंग टीम पर चढ़ाया ट्रैक्टर, बीट गार्ड घायल

Bhaskar Hindi
Update: 2022-10-17 13:04 GMT
वन विभाग की पेट्रोलिंग टीम पर चढ़ाया ट्रैक्टर, बीट गार्ड घायल

डिजिटल डेस्क सतना। रेत का अवैध खनन और परिवहन करने वाले इस कदर बेखौफ हो चुके हैं कि सामने आने पर सरकारी अमले को नुकसान पहुंचाने से नहीं चूकते। माफिया के दुस्साहस का एक नमूना रविवार सुबह कोठी थाना क्षेत्र में सामने आया, जहां लेडऱहा के जंगल से 2 ट्रैक्टर-ट्रॉली में रेत लेकर जा रहे सरहंगों ने वन विभाग के गश्ती दल को कुचलने का प्रयास किया, जिसमें एक वनकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया। यह वारदात सामने आते ही वन विभाग समेत जिला प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया। घायल वनकर्मी को इलाज के लिए भेजने के बाद अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई और देर शाम मुख्य आरोपी को पकड़ लिया गया। सनसनीखेज घटना में वन विभाग ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है।
 

ऐसे हुआ सामना:--

एसडीओ फॉरेस्ट डॉ. लाल सुधाकर ने बताया कि सिंहपुर वन परिक्षेत्र के लेडऱहा जंगल में गश्त के बाद रेंजर नीतेश गंगेले अपनी 8 सदस्यीय टीम के साथ हेडक्वार्टर लौट रहे थे। इसी दौरान कक्ष क्रमांक-पी-219 में दो रेत से लोड ट्रैक्टर-ट्रॉली दिख गए, तो वनकर्मियों ने आगे बढ़कर दोनों वाहनों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन दुस्साहसी ड्राइवरों ने ब्रेक लगाने की बजाय रफ्तार बढ़ा दी, तब मौके की नजाकत को देखते हुए वनकर्मी पीछे हट गए और दोबारा घेराबंदी करने लगे। इसी बीच एक ट्रैक्टर में सवार आरोपी जंगल में ही रेत से लोड ट्रॉली छोड़ चंपत हो गए, जबकि दूसरे ट्रैक्टर को चला रहे सरहंग दीपक सिंह उर्फ कल्लू पुत्र बलवंत सिंह 35 वर्ष, निवासी गोरइया, ने अचानक जंगल से निकलकर बीट गार्ड योगेन्द्र शाह पुत्र कमलेश 32 वर्ष और प्रदीप पांडेय को कुचलने की कोशिश की, जिसमें प्रदीप तो बाल-बाल बच गए, मगर योगेन्द्र का एक पैर टायर के नीचे आकर जख्मी हो गया। घटना के बाद आरोपी अपना वाहन लेकर भाग निकला, जबकि पीडि़त को साथी कर्मचारी कोठी अस्पताल लाए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
 

हत्या की कोशिश का अपराध दर्ज ---

इस मामले में रेंजर नीतेश गंगेले की रिपोर्ट पर वन विभाग ने भारतीय वन अधिनियम 1927 की धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है। वहीं पुलिस ने घायल बीट गार्ड योगेन्द्र की रिपोर्ट पर आरोपी दिलीप एवं अन्य के विरूद्ध आईपीसी की धारा 307, 353 और वन अधिनियम की धारा 33ग तथा 63 के तहत एफआईआर दर्ज की है। पुलिस के मुताबिक वन भूमि से रेत का खनन और परिवहन करने वाले दोनों ट्रैक्टरों के मालिक अयोध्या सिंह और सोनू सिंह निवासी गोरइया हैं।
 

रेत चोरों ने काटी तार की बाड़ ---

पुलिस और वन अमले ने घटना में शामिल रहे दिलीप सिंह को गिरफ्तार कर उसके ट्रैक्टर-ट्रॉली के अलावा एक अन्य ट्रॉली जब्त की है। वहीं फरार आरोपी की धर-पकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है। वन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार लेडऱहा जंगल में अवैध खनन और कीमती लकड़ी की चोरी रोकने के लिए पहाड़ी के चारो तरफ कटीली तार की बाड़ लगाई गई थी, मगर रेत तस्करी में लिप्त आसपास के लोगों ने तार काटकर आने-जाने का रास्ता बना लिया है।

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