बाघ का हमला, पांच दिन में तीसरी मृत्यु 

ग्रामीणों ने दिया धरना बाघ का हमला, पांच दिन में तीसरी मृत्यु 

Bhaskar Hindi
Update: 2022-10-12 07:49 GMT
बाघ का हमला, पांच दिन में तीसरी मृत्यु 

डिजिटल डेस्क, आरमोरी (गड़चिरोली)।    देसाईगंज वनविभाग के तहत आने वाले आरमोरी तहसील के अरसोड़ा-रवि जंगल परिसर में  नरभक्षी बाघ के हमले में फिर एक किसान की मृत्यु हो गयी। मृत किसान का नाम रवि गांव निवासी पुरुषोत्तम वासुदेव सावसाकडे (55) होकर पिछले पांच दिनों में यह तीसरी मृत्यु है। इस कारण क्षेत्र के ग्रामीण दहशत में होकर बाघ का तत्काल बंदोबस्त करने की मांग को लेकर घटनास्थल पर ही ग्रामीणों का जनाक्रोश देखा गया। वनविभाग और पुलिस विभाग के अधिकारियों की समझाइश के बाद ग्रामीणों ने अपना आंदोलन समाप्त करने की जानकारी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, रवि गांव निवासी पुरुषोत्तम सावसाकडे मंगलवार की सुबह अपने 10 से 12 साथियों के साथ अरसोड़ा-रवि जंगल परिसर में बकरियों के लिए चारा लाने के लिए गए थे। इस दौरान कक्ष क्रमांक 75 में चारा तोड़ते समय अचानक एक नरभक्षी बाघ ने पुरुषोत्तम पर हमला बोल दिया। इस बीच पुरुषोत्तम के साथियों ने बाघ को खदेड़ने का पूरा प्रयास किया। लेकिन इस हमले में पुरुषोत्तम की मृत्यु हो गयी। घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने घटनास्थल पर भीड़ कर दी। वनविभाग को भी घटना की जानकारी मिलते ही वनविभाग के सहायक वनसंरक्षक मनोज चव्हाण, वन परिक्षेत्र अधिकारी अविनाश मेश्राम, क्षेत्र सहायक राजेंद्र कुंभारे, थानेदार मनोज कालबांडे टीम के साथ घटनास्थल पर दाखिल हुए।

वनविभाग ने घटना का पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए आरमोरी के उपजिला अस्पताल में रवाना किया। इस बीच घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों ने बाघ का तत्काल बंदोबस्त करने की मांग को लेकर घटनास्थल पर ही आंदोलन शुरू कर दिया। इस समय ग्रामीणों ने वनविभाग के खिलाफ तीव्र नारेबाजी भी की। आंदोलन में रयत किसान संगठन के जिलाध्यक्ष दिलीप घोडाम, जिप की पूर्व सदस्य मनीषा दोनाडकर, मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के अमोल मारकवार, प्रहार संगठन के निखिल धार्मिक, सरपंच संगठन के तहसील अध्यक्ष संदीप ठाकुर समेत ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे। 

21 कैमरों से बाघ की निगहबानी 
नरभक्षी सीटी-1 और टी-2 बाघ को पकड़ने के लिए ताड़ोबा की शार्प शूर्टस की टीम को मदद करने तीन दिन पूर्व अमरावती जिले के मेलघाट की टीम भी देसाईगंज वनविभाग के वनक्षेत्र में दाखिल हुई है। दोनों टीमों के अधिकारी कुल 21 ट्रैप कैमरों की मदद से बाघ पर निगहबानी कर रहे हैं।  लेकिन अब तक किसी कैमरे में बाघ की तस्वीर नहीं आ पायी है। दोनों टीमों के अधिकारी बाघ के पकड़ने के लिए जंगल की खाक छान रहे हैं। 
 

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