विश्व होम्योपैथिक दिवस पर संपन्न हुई विचार संगोष्ठी 

पन्ना विश्व होम्योपैथिक दिवस पर संपन्न हुई विचार संगोष्ठी 

Bhaskar Hindi
Update: 2023-04-11 05:42 GMT
विश्व होम्योपैथिक दिवस पर संपन्न हुई विचार संगोष्ठी 

डिजिटल डेस्क,पन्ना। विश्व होम्योपैथी दिवस के अवसर पर स्थानीय बालाजी होम्यो क्लीनिक पर एक विचार संगोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें नगर के समस्त होम्योपैथिक चिकित्सक एवं गणमान्य नागरिक सम्मिलित हुए। ज्ञात हो कि विश्व होम्योपैथिक दिवस 10 अप्रैल को होमियो चिकित्सा पद्धति के जन्मदाता डॉ. क्रिश्चियन हैनीमैन के जन्मदिवस पर संपूर्ण विश्व में मनाया जाता है। इसी तारतम्य में होम्योपैथिक विकास के लिए कार्य करने वाली संस्था आईआईएचपी की पन्ना शाखा की ओर से विचार संगोष्ठी रखी गई।                    

संगोष्ठी की शुरुआत सर्वप्रथम डॉ. हैनिमैन की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण के द्वारा किया गया। इसके बाद डॉ. देवव्रत सिंह के द्वारा डॉ. हैनिमैन के संपूर्ण जीवन के वृतांत सारगर्भित रूप में सभी के समक्ष प्रस्तुत किए गए। अगले चरण में आईआईएएचपी के प्रदेश सदस्य डॉ. राकेश सोनी ने वर्तमान समय की चिकित्सकीय चुनौतियां, मौसमी बीमारियां एवं वायरल प्रकोपों से होम्योपैथिक औषधियों के द्वारा कैसे लड़ा जा सकता है इस विषय पर विस्तृत चर्चा करते हुए अपनी बात रखी। कार्यक्रम के अगले चरण पर आईआईएचपी के प्रभारी जिला अध्यक्ष डॉ. अमित सिंघई ने बताया कि मौसम परिवर्तन होने पर कई प्रकार के त्वचा रोग जैसे शरीर पर लाल लाल चकत्ते निकलना, फंगस एवं शीत होना हो सकता है इन सब त्वचा रोगों के निदान में होम्योपैथिक औषधियां भलीभांति कारगर होती है। संगोष्ठी के अंतिम चरण में डॉ. वैभव खरे ने बताया कि किस तरीके से होम्यो औषधियों की मदद से व्यक्तियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ अंग्रेजी दवाइयों से होने वाले अवांछनीय साइड इफेक्ट से बचा जा सकता है। संगोष्ठी के समापन पर समस्त उपस्थित चिकित्सकों एवं गणमान्य नागरिकों का आभार प्रदर्शन करते हुए डॉ. अमित सिंघई ने लोगों से होम्योपैथिक औषधियों को मुख्य चिकित्सा पद्धति के रूप में अपनाने की अपील की क्योंकि यह औषधियां समस्त स्त्री रोगों, त्वचा रोगों, मानसिक रोगों, बच्चों एवं वृद्धावस्था में होने वाले रोगों को जड़ से समाप्त करके रोगों के लक्षणों की पुनरावृत्ति को रोकती है।

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