कम अंक वाले प्रवेश पा गए, ज्यादा अंक वाले प्रतीक्षा करते रहे

आरोप कम अंक वाले प्रवेश पा गए, ज्यादा अंक वाले प्रतीक्षा करते रहे

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-22 09:14 GMT
कम अंक वाले प्रवेश पा गए, ज्यादा अंक वाले प्रतीक्षा करते रहे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर के महाराजबाग चौक स्थित यशवंतराव चव्हाण मुक्त विश्वविद्यालय के अध्ययन केंद्र में कृषि पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया में अनियमितता के आरोप उम्मीदवारों की ओर से लगाए जा रहे हैं।  संस्थान परिसर में इसी मुद्दे पर खासी गहमा-गहमी देखने को मिली। प्रवेश प्रक्रिया में हिस्सा लेने वाले कई उम्मीदवारों ने  आरोप लगाया कि संस्थान में कम प्रतिशत अंक वाले विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जा रहा है, तो वहीं ज्यादा प्रतिशत प्राप्त करने के बावजूद कई विद्यार्थियों को वापस लौटाया गया है। प्रवेश प्रक्रिया में आर्थिक लेन-देन होे की भी बात की जा रही है। महाराजबाग चौक स्थित पंजाबराव देशमुख कृषि महाविद्यालय के परिसर में  उक्त अध्ययन केंद्र संचालित किया जाता है। 

480 सीटों के लिए हुई थी ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया

इस वर्ष यहां के 8 डिप्लोमा पाठ्यक्रमों की 480 सीटों के लिए ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया आयोजित की गई थी। ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया के तीन राउंड समाप्त होने के बाद 28 सीटें रिक्त बची थीं। प्रतीक्षा सूची में 155 उम्मीदवार शामिल थे। प्रतीक्षा सूची 19 सितंबर को जारी हुई और इसके अनुसार प्रवेश दिए गए। उम्मीदवारों के अनुसार प्रतीक्षा सूची पर नजर डालें तो अधिकांश उम्मीदवारों काे करीब 75 प्रतिशत अंक मिले हैं। लेकिन प्रवेश प्रक्रिया पर नजर डाले तो अन्य पिछड़ावर्ग के दो उम्मीदवारों को क्रमश: 70 और 61 प्रतिशत पर प्रवेश दिए गए। ऐसे में इनके प्रवेश किस आधार पर दिए गए, यह प्रश्न अन्य उम्मीदवार उठा रहे हैं। मामले में मुक्त विद्यापीठ केंद्र के प्रमुख प्रो. मिलिंद राठौड ने प्रसार माध्यमों को दी गई सफाई में प्रवेश प्रक्रिया में कोई भी अनियमितता होने से इनकार किया है। उनकी दलील है कि पाठ्यक्रम में "पहले आओ पहले पाओ" की नीति पर प्रवेश दिया गया। प्रतिशत के अलावा आरक्षण का भी ध्यान रखा गया। इसलिए कम अंक वाले प्रवेश प्राप्त कर सके हैं।
 

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