गुनौर के गुन्नू सागर तालाब में कचड़े और गंदगी की भरमार
गुनौर गुनौर के गुन्नू सागर तालाब में कचड़े और गंदगी की भरमार
डिजिटल डेस्क गुनौर नि.प्र.। विधानसभा क्षेत्र के मुख्यालय गुनौर स्थित प्राचीन गुन्नू सागर तालाब के संरक्षण और रखरखाव को लेकर जिम्मेदारों की अनदेखी की वजह से तालाब के अस्त्वित पर संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। तालाब में वर्षाे से कचड़े और गंदगी की वजह से तालाब का पानी दूषित हो गया जिसकी वजह से तालाब के पानी का निस्तार के लिए भी उपयोग करने से लोग परहेज कर रहे है। शहरों के बीचों-बीच स्थित प्राचीन गुन्नू सागर तालाब पर नगरवासियों की निर्भरता रही है जहां तालाब का योगदान नगर के जल स्तर को सही बनाए रखने में रहा है वहीं बडी संख्या में लोग इस तालाब के पानी का उपयोग अपनी दैनिक आवश्यकताओं की पूति करते रहे है। शहर स्थित प्राचीन तालाब के संरक्षण एवं सौदर्यकरण को लेकर लोगों द्वारा लगातार मांग की जी रही है किन्तु तालाब के सौर्दयकरण को लेकर किसी प्रकार की योजना अभी तक नही बनाई गई है अपितु कचडे और गदंगी की वजह से तालाब की स्थितति लगातार खराब होती जा रही है प्राचीन तालाब में वर्षाे की सिल्ट जमा हो चुकी है इसके साथ ही तालाब में गंदगी एवं कचडा जमा हुआ है स्थानीय लोगों का कहना है कि तालाब के जीर्णोद्धार को लेकर साफ-सफाई के साथ गहरीकरण का कार्य किया जाना जरूरी है किंतु जिम्मेदारों द्वारा इस पर काम नहीं किया जा रहा है।
जिसकी वजह से तालाब की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। नगर स्थित इस प्राचीन तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए भी योजना बनाई जानी चाहिए। जिससे नगर के तालाब की खूबसूरती बढी तथा नगरवासी यहां पर साफ-स्वच्छ हवा लेने एवं नियमित रूप से भ्रमण कर अपनी सेहत को भी बेहतर बना सकें। अब जब गुनौर को नगर परिषद का दर्जा मिल चुका है। नगर परिषद के चुनाव भी हो चुके हैं ऐसे में अपेक्षा की जाती है कि नवगठित नगर परिषद के जनप्रतिनिधि गुन्नू सागर तालाब के जीर्णोद्धार एवं इसके सौंदर्यीकरण के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता सूची में शामिल करते हुए कार्य करवायें। इस संबध में जिले के जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन को भी ध्यान देने की जरूरत है।