काम से निकाले गए कामगारों ने पानी की टंकी पर चढ़कर किया आंदोलन
आक्रोश काम से निकाले गए कामगारों ने पानी की टंकी पर चढ़कर किया आंदोलन
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। जिले की आरमोरी नगर परिषद में पिछले अनेक वर्षों से ठेका पद्धति पर कार्यरत सफाई कामगारों को बिना कोई पूर्व सूचना के काम से निकालने के कारण संतप्त कामगारों ने गड़चिराेली जिला मुख्यालय की मुख्य पानी की टंकी पर चढ़कर आंदोलन किया। इस बात की जानकारी मिलते ही शिवसेना की महिला जिला प्रमुख छाया कुंभारे ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर इस मामले में जिलाधिकारी से स्वयं चर्चा कर कोई हल निकालने का आश्वासन दिया। इसके बाद आंदोलनकर्ता कामगार शांत हुए और पानी की टंकी से नीचे उतरकर आंदोलन को समाप्त किया। इस दौरान शहर पुलिस की टीम को भी पानी टंकी परिसर में सुरक्षा हेतु भेजा गया था।
बता दें कि, आरमोरी नगर परिषद के तहत आने वाले प्रभागों में सफाई कार्य करने के लिए निजी ठेकेदार के माध्यम से कुल 40 कामगारों को नियुक्त किया गया है। इन दिहाड़ी कामगारों को कामगार कल्याण कानून के तहत मेहनताना भी नहीं दिया जा रहा है। वर्तमान में अमरावती के एक निजी ठेकेदार के माध्यम से सफाई का कार्य करवाया जा रहा है। लेकिन कामगारों को किसी तरह की सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है। बिना कोई पूर्व सूचना के सभी कामगारों को सेवा से निकाल दिया गया।
संतप्त कामगारों ने गड़चिरोली पहुंचकर बुधवार तड़के 5 बजे से पानी टंकी के उपर चढ़कर आंदोलन शुरू कर दिया। पुलिस को इसकी सूचना मिलते ही एक टीम ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर आंदोलनकर्ताओं से नीचे उतरने की अपील की लेकिन आंदोलनकर्ता काम पर वापस लेने की अपनी मांग पर अड़े रहे। शिवसेना की महिला प्रमुख छाया कुंभारे और उनके कार्यकर्ताओं को आंदोलन की जानकारी मिलते ही उन्होंने भी तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर आंदोलनकर्ताओं से चर्चा की। कामगारों पर हुए अन्याय के संदर्भ में जिलाधिकारी के साथ आरमोरी नगर परिषद के मुख्याधिकारी से विस्तृत चर्चा कर कोई हल निकालने का आश्वासन इस समय कुंभारे ने आंदोलनकर्ताओं को दिया। यदि चर्चा के बाद भी कोई हल नहीं निकाला गया तो आंदोलनकर्ताओं के साथ स्वयं आंदोलन करने की चेतावनी भी कुंभारे ने इस समय दी। उनके इस आश्वासन के कारण आंदोलनकर्ताओं ने आंदोलन को समाप्त करने का फैसला लिया।