डॉक्टर नर्स सहित पूरा स्टाफ देवदूत बनकर कोविड सेंटरो में कर रहे सेवा "खुशियों की दास्तां" स्वस्थ हुए अनंत शर्मा की जुबानी स्वास्थ्य सेवको के सेवाभाव की कहानी!
डॉक्टर नर्स सहित पूरा स्टाफ देवदूत बनकर कोविड सेंटरो में कर रहे सेवा "खुशियों की दास्तां" स्वस्थ हुए अनंत शर्मा की जुबानी स्वास्थ्य सेवको के सेवाभाव की कहानी!
डिजिटल डेस्क | आगर-मालवा आगर मालवा के छावनी निवासी अनंत शर्मा बताते हैं कि हाथ पैर दर्द होने के बाद बुखार आ जाने पर उन्होंने अपने आपको होम आइसोलेट कर लिया, तथा एक दो दिन तक पेरासिटामोल, पेनकिलर दवाई लेते रहे, उन्हें प्रतीत हुआ कि शायद वे कोविड-19 वायरस से संक्रमित है। अनंत बताते हैं की लगातार स्वास्थ्य बिगड़ने पर उनकी अर्धांगिनी श्रीमती ईरा और बड़े भाई गौरव शर्मा उन्हें कोविड टेस्ट करवाने के लिए जिला चिकित्सालय लेकर आए। अनंत बताते हैं कि जैसे ही वे अस्पताल पहुंचे तो सबसे पहले कोई देवदूत सामान डॉक्टर उन्हें कोविड सेंटर पर मिले, और वे थे डॉ पंकज बघेल, उन्होंने अपने ग्लब्ज से ढके हाथों से एक हाथ की तीन उंगलियों को अनंत के कपाल पर स्पर्श करके कहा कि यह लड़ाई यहां से जीतोगे....बस उसी समय अनंत को समझ आ गया की यह एक मानसिक लड़ाई भी है।
शरीर तो लड़ ही रहा है, अपनी जगह पर मुझे मानसिक रूप से भी मजबूत रहने की आवश्यकता है। अनंत कहते हैं कि मैं पहली बार डॉक्टर बघेल से मिला था उन्होंने कुछ दवाई लिख कर और टेस्ट कराने को कहा, टेस्ट कराने के बाद हम घर आ गएा क्योंकि कोविड रैपिड टेस्ट नेगेटिव आ गया था परंतु आरटीपीसीआर करवाने को कहा गया। आनंद कहते हैं कि घर पर उन्हें सांस लेने में काफी तकलीफ महसूस होने लगी, ऑक्सीजन लेवल भी 84 पहुंच गया था, और वे होम आइसोलेशन में न रहते हुए जिला हॉस्पिटल के कोविड सेंटर में भर्ती हो गए। अनंत कहते हैं कि जिला अस्पताल में पहुंचते ही उन्हें बेड एवं ऑक्सीजन सपोर्ट मिल गया एवं 3 दिनो में उनका ऑक्सीजन लेवल सही हो गया।
अनंत कहते हैं कि मैंने सभी डॉक्टर और नर्सों को वहां एक जान बचाने के लिए संघर्ष करते देखा है, इस दौरान सफाई कर्मियों की मेहनत,नर्सों की लगन, ऑक्सीजन सप्लायर सिलेंडर लगाने वाले कर्मी सब पूरी पूरी रात काम करते रहे। आनंद कहते हैं कि कोविड सेंटर में बहुत ही अच्छा भोजन दिया जाता है चाय नाश्ता दवाइयां, भाप सभी समय-समय पर उपलब्ध करवाई जाती है यहां कार्यरत स्टाफ सभी मरीजों का ख्याल परिवार के सदस्यों की तरह रखते हैं। अस्पताल के इन सभी देवदुतो के सेवा भाव व समर्पण की वजह से ही आज मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट रहे हैं।
अनंत ने स्वस्थ होकर घर लौटने पर बताया कि जिसके पास हौसला देने वाले परिवार के सदस्य हो, कोविड सेंटर में हर समय हमारा समर्पण भाव से ध्यान रखने वाले और हौसला अफजाई करने वाले देवदूत रूपी स्टाफ हो। वहां मरीज हर हाल में स्वस्थ होकर शीघ्र ही घर लौट जाता है। अनंत शर्मा ने अस्पताल की इतनी अच्छी व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन और अस्पताल प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया।