ट्रक मालिक का अब तक दर्ज नहीं हो पाया बयान
जहर पीने का मामला ट्रक मालिक का अब तक दर्ज नहीं हो पाया बयान
डिजिटल डेस्क, वर्धा। जिले के समुद्रपुर तहसील कार्यालय में तहसीलदार राजू रणबीर के कैबिन में ट्रक मालिक प्रवीण शेन्डे ने जहर पीकर आत्महत्या का प्रयास की घटना को एक सप्ताह बीत गया। मगर समुद्रपुर पुिलस की लचर कार्यप्रणाली के चलते अभी तक पीड़ित प्रवीण शेन्डे का बयान नहीं हो पाया है। उधर समुद्रपुर पुलिस दल ने बुधवार को रेतघाट के एक ठेकेदार का बयान लिया। ट्रक मालिक प्रवीण शेंडे फिलहाल मांडगांव में अपने निवास पर आराम कर रहे है। कीटनाशक दवा पीकर आत्महत्या का प्रयास करने वाले प्रवीण शेंडे ने गुरुवार की दोपहर में चर्चा करते हुए बताया कि समुद्रपुर तहसील के रेतीघाट का ठेका लेने वाले अक्षय बुरांडे को 6 लाख रुपए आरटीजीसी द्वारा दिए गए। जबकि अलग-अलग 7 लाख रुपए नगद दिए।
दूसरे रेती ठेकेदार सोहेल शेख काे 2 लाख 20 हजार, 4 लाख रुपए आरटीजीएस द्वारा 80 हजार नगद दिए गए। मेरे से 20 लाख रुपए उधार स्वरूप लिए गए है। ट्रक मालिक प्रवीण शेंडे ने बताया कि चाकुर रेती घाट की रेती खाली कर दिए है। चाकुर रेती घाट के समीप पारडी रेती घाट की नीलामी 2 करोड़ व सेवा रेतीघाट 1 करोड़ 20 लाख रुपए नीलामी के समय रखी गयी थी। इन सभी पारडी व सेवा रेती घाट को रेत ठेकेदार सोहेल शेख, अक्षय बुरांडे, सलमान शेख, शुभम ढोक, एजाज कुरैशी, सचिन वनकर, सागर बुरांडे रेती निकाल रहे है। अब मेरे 20 लाख रुपए वापस नहीं कर रहे है। समुद्रपुर तहसील कार्यालय के अधिकारियों से मिलीभगत कर मेरा ट्रक पकड़ा दिया था। जिससे आत्महत्या करने की नौबत आ गयी थी।