पानी की बर्बादी का नतीजा, नाशिक जिले पर मंडराया जलसंकट
पानी की बर्बादी का नतीजा, नाशिक जिले पर मंडराया जलसंकट
डिजिटल डेस्क, नाशिक । जिले के सभी बांध 100 प्रतिशत भरने के बाद भी पिछले साल की तुलना में इस साल बांधों का जल स्तर 9 प्रतिशत से कम हो गया है। मार्च 2020 में जिले के बांधों में 67 प्रतिशत जल था। मार्च 2021 में यही जल स्तर 58 प्रतिशत हो गया है। पानी का अधिक उपयोग और संबंधित विभाग द्वारा इस ओर ध्यान न देने से नाशिक जिले पर जल संकट मंडरा रहा है। नाशिक जिले में छोटे मध्यम 17 और 7 बड़े ऐसे कुल 24 बांध है. मार्च 2020 की तुलना में मार्च 2021 में जिले के बड़े 7 बांध में से केवल मुकणे बांध छोड़कर गंगापुर, करंजवण, दारणा, कडवा, चणकापुर और गिरणा इन 6 बड़े बांध का जल स्तर कम हो गया है।
मध्यम 17 बांध में से पालखेड, वालदेवी और भोजापूर इन तीन बांधों में पिछले साल की तुलना में इस साल अधिक जल शेष है. नांदूरमध्यमेश्वर, हरणबारी, नागासाक्या इन तीन बांधों में पिछले साल की तरह जल शेष है। बड़े बांध में से केवल मुकणे बांध में पिछले साल की तरह जल शेष है। पिछले साल की तुलना में 11 मध्यम बांधों में कम जल शेष है। पानी का अधिक तौर पर उपयोग और संबंधित विभाग की लापरवाही के चलते नाशिक जिले पर जल संकट मंडरा रहा है।
बांधों में पानी की कमी
पिछले साल पर्याप्त बारिश होने से जिले के सभी बांध 100 प्रतिशत भर गए थे। परंतु पानी का अधिक उपयोग होने से पिछले साल की तुलना में इस साल बांधों में कम पानी है। इस साल बारिश देरी से या कम होने पर भीषण जल किल्लत का नागरिकों को सामना करना होगा। इसलिए अभी से पानी का उपयोग संभलकर करने की जरूरत है -- राजेंद्र जाधव, जलचिंतन संस्थ
जिले के बांधों में उपलब्ध जल स्तर
बांध का नाम क्षमता उपयुक्त जल स्तर प्र.श.
गंगापुर 5630 3030 54
काश्यपी 1852 1336 72
गौतमी गोदावरी 1868 692 37
आळंदी 816 489 60
पालखेड 653 187 29
करंजवण 5371 3253 61
वाघाड 2302 643 28
ओझरखेड 2130 1335 63
पुणेगाव 623 342 55
तिसगाव 455 246 54
दारणा 7149 5074 71
भावली 1434 1309 91
मुकणे 7239 4834 67
वालदेवी 1133 1009 89
कडवा 1688 470 28
नांदुरमध्यमेश्वर 257 251 98
भोजापुर 361 164 45
चणकापुर 2427 1553 64
हरणबारी 1166 737 63
केलझर 572 262 46
नागासाक्या 397 289 73
गिरणा 18500 9405 51
पुनद 1306 1098 84
माणिकपुंज 335 135 40
कुल 65664 35143 58
नाशिक 4