3 माह में टाइम बाउंड प्रोग्राम बनाकर भरे जाएंगे गड्ढे

आनलाइन सभा मेंं हंगामा 3 माह में टाइम बाउंड प्रोग्राम बनाकर भरे जाएंगे गड्ढे

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-28 08:04 GMT
3 माह में टाइम बाउंड प्रोग्राम बनाकर भरे जाएंगे गड्ढे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर की सड़कों पर गड्ढों को लेकर हाहाकार मचा है।  मनपा की  ऑनलाइन विशेष सभा में भी इसे लेकर फिर बवाल मचा। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि शहर को गड्ढा मुक्त करने के लिए तीन महीने प्रतीक्षा करनी होगी। आगामी 31 दिसंबर तक टाइम बाउंड प्रोग्राम बनाकर गड्ढे भरे जाएंगे। बारिश के बाद ही इन कामों की शुरुआत होगी। 

प्रशासन पर फोड़ा जाता है ठीकरा 
शहर के रास्तों पर तीन साल से काम नहीं हुए। इसे लेकर प्रशासन को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश हुई। जवाब में प्रशासन ने गैर-नियोजन के कारण आर्थिक संकट, कोरोनाकाल में निर्माण हुई विकट परिस्थिति का हवाला दिया।

सभा में बिफरे सदस्य 
मनपा का हॉट मिक्स प्लांट बारिश में गड्ढे भरने में असक्षम है और वह जर्जर हो चुका है। मनपा ने बारिश में गड्ढे भरने के लिए जेट पैचर की व्यवस्था की, लेकिन वह भी अकार्यक्षम साबित हुआ। इसे मुद्दे को उपस्थित कर सत्तापक्ष सदस्य प्रदीप पोहाणे ने जांच की मांग की। 
स्थायी समिति सभापति प्रकाश भोयर ने कहा कि बारिश में गड्ढे होते हैं और बारिश में ही यह कंपनियां बंद पड़ती हैं। फिर इन्हें 2-2 करोड़ का भुगतान क्यों किया जाता है। 
विरोधी पक्षनेता तानाजी वनवे ने सवाल किया कि इन गड्ढों के लिए कौन दोषी है। 
आभा पांडे ने कहा कि करोड़ों रुपए होने के बावजूद काम नहीं हो रहे हैं। लोग मर रहे हैं। इसके लिए कौन जिम्मेदार हैं। 
जितेंद्र घोडेस्वार ने पूछा कि गड्ढों के कारण दुर्घटना होने पर किसके विरोध में शिकायत करनी चाहिए। 
विक्की कुकरेजा ने शिकायत करते हुए कहा कि  बार-बार कहने के बावजूद गड्ढे भरे नहीं जाते। 
पिंटू झलके, श्रद्धा पाठक, राजेंद्र सोनकुसरे, मनोज चाफले आदि ने चर्चा में हिस्सा लिया।  

इस तरह होंगे काम 
शहर में 59,800.29 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में गड्ढे हैं। इसमें 27 हजार वर्गमीटर क्षेत्रफल के गड्ढे भरे गए हैं। मनपा के हॉट मिक्स प्लांट की सहायता से गड्ढे भरे गए हैं। 23 हजार वर्गमीटर में नासुप्र ने और 9 हजार वर्गमीटर में गड्ढों को भरने के लिए जेट पैचर मशीन की सहायता से मनपा का नियोजन है।

अधिक बारिश से गड्ढे 
कार्यकारी अभियंता अजय पोहेकर ने बताया कि इस साल अतिवृष्टि हुई। बारिश लंबे समय तक रही। बारिश की अधिक तीव्रता के कारण शहर के गड्ढे बढ़े हैं। बारिश के बाद यह काम शुरू किए जाएंगे। 

बारिश खत्म होते ही काम  
पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ज्यादा काम किए। इस कारण प्रशासन काम नहीं कर रहा है, यह कहना गलत है। बारिश खत्म होते ही सड़कों के काम शुरू किए जाएंगे। 31 दिसंबर तक का नियोजन है।  - राधाकृष्णन बी., आयुक्त, मनपा 

इमरजेंसी हेड की निधि इस्तेमाल करें 
गड्ढों की परिस्थिति भयानक है। जेट पैचर की जांच कर रिपोर्ट तत्काल पेश करें। जोन स्तर पर इमरजेंसी हेड की निधि का इस्तेमाल कर तत्काल गड्ढे भरे जाएं। 
- दयाशंकर तिवारी, महापौर

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