छग में उम्मीद मुताबिक नहीं बढ़ी ओबीसी की संख्या, मॉप-अप-राउंड में कई शहरों में कोई नया नाम नहीं जुड़ा

रायपुर छग में उम्मीद मुताबिक नहीं बढ़ी ओबीसी की संख्या, मॉप-अप-राउंड में कई शहरों में कोई नया नाम नहीं जुड़ा

Bhaskar Hindi
Update: 2022-10-28 09:46 GMT
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डिजिटल डेस्क , रायपुर।  छत्तीसगढ़ में ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) और जनरल (सामान्य वर्ग) के गरीबों की गणना का काम लगभग पूरा हो चुका है। इस बीच सूचना है कि ओबीसी की गिनती का काम उम्मीद के मुताबिक आगे नहीं बढ़ पाया है। कई शहरों में तो कोई नया पंजीयन ही नहीं हुआ है। सर्वे का काम कर रहे क्वांटिफायबल डाटा आयोग ने इसके लिए नगरीय निकायों की ढिलाई को जिम्मेदार ठहराया है। आयोग के सचिव बी.सी. सचिव ने नगरीय प्रशासन विभाग को पत्र लिखते हुए कहा है कि ‘आयोग की समीक्षा में यह सामने आया है कि नगरीय क्षेत्रों में सर्वे की प्रगति बहुत कमजोर है।

 

अनेक नगरीय निकायों में मॉप-अप-राउंड के तहत नये पंजीयन की स्थिति शून्य है।’ इस चिट्ठी के बाद नगरीय प्रशासन विभाग ने सभी नगर आयुक्तों, नगर पालिका अधिकारियों को पत्र लिखा है। इसमें ओबीसी और जनरल वर्ग के गरीबों के सर्वे के काम को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया है। गौरतलब है कि आयोग का कार्यकाल सितम्बर में ही खत्म हो गया था। बाद में सरकार ने इसका कार्यकाल 31 अक्टूबर तक बढ़ाते हुण्  फिर से पंजीयन पोर्टल खोल दिया। अब 31 अक्टूबर के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि ओबीसी का आंकड़ा सरकार के उम्मीद के मुताबिक आया या नहीं।

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