जितनी बिजली का उपयोग, उतना बिल भरना जरूरी
महावितरण जितनी बिजली का उपयोग, उतना बिल भरना जरूरी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बिजली बिल यानी कोई टैक्स नहीं है। उपभोक्ता कनेक्शन लेकर जितनी बिजली का इस्तेमाल करता है, उतना बिजली बिल भरना होता है। अगर बिजली का इस्तेमाल (कंजम्शन) नहीं किया तो केवल स्थिर आकार का ही भुगतान करना पड़ता है। अगर बिजली कनेक्शन नहीं लिया तो किसीतरह का बिल या शुल्क नहीं भरना पड़ता। बिजली का इस्तेमाल किया तो उसका शुल्क (बिल) भरना उपभोक्ता का कर्तव्य है।
मूलभूत जरूरत
बिजली अत्यावश्यक होने के साथ ही मूलभूत जरूरत बन गई है। आज बिजली के बगैर रहना सोच भी नहीं सकते। आॅनलाइन शिक्षा व आनलाइन काम भी बिजली के बगैर नहीं हो सकता। महावितरण की आर्थिक स्थित खराब हुई है। बिजली आपूर्ति करने वाली महावितरण भी एक उपभोक्ता है। किसी और से बिजली खरीदकर उपभोक्ताओं को देती है। आर्थिक संकट होते हुए भी किसी इलाके में बिजली कटौती नहीं की गई। आर्थिक संकट दूर नहीं हुआ, तो उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति करना मुश्किल हो सकता है। बकाया बिल का भुगतान करने की अपील महावितरण की तरफ से की गई है।
71 हजार 578 करोड़ रु. का बिल बकाया
नागपुर समेत राज्य में महावितरण का उपभोक्ताआें पर 71 हजार 578 करोड़ का बिजली बिल बकाया है। घरेलु, आैद्योगिक, कृषि, वाणिज्य, सार्वजनिक सेवा के लिए इस्तेमाल की गई बिजली के लिए महाराष्ट्र विद्युत नियामक आयोग द्वारा तय किए रेट के हिसाब से महावितरण बिल लेती है।