विदर्भ से होकर जाने वाले राष्ट्रीय महामार्गों की हालत बदहाल
हाईकोर्ट नाराज विदर्भ से होकर जाने वाले राष्ट्रीय महामार्गों की हालत बदहाल
डिजिटल डेस्क, नागपुर । विदर्भ से होकर जाने वाले राष्ट्रीय महामार्गों की हालत बदहाल है। खराब रख-रखाव के कारण महामार्गों पर गड्ढों की भरमार है। कई जगह सड़क उखड़ गई है, कहीं निर्माणकार्य अधूरा पड़ा है तो कई पुल भी डराने वाली स्थिति में है। इसी मुद्दे पर केंद्रीय एड.अरुण पाटील की जनहित याचिका पर बुधवार को न्या.सुनील शुक्रे और न्या.अनिल किल्लोर की खंडपीठ में सुनवाई हुई। सुनवाई में स्वयं न्यायमूर्तियों ने राष्ट्रीय महामार्ग से गुजरते हुए बुरे अनुभव साझा किए। हाईकोर्ट ने राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को एक सप्ताह मंे बदहाल महामार्गों का सुधार कार्य करके तस्वीरें और स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं। साथ ही एनएचएआई को महामार्गों के विकास को लेकर एक्शन प्लान भी प्रस्तुत करने को कहा है।
सभी ने बताए निजी अनुभव : सुनवाई में याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता फिरदौस मिर्जा ने हाईकोर्ट को बताया कि विदर्भ के अमरावती-मूर्तिजापुर एनएच-53 बहुत ही बुरी स्थिति में है। गड्ढों के कारण यहां आए दिन वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। कुछ पुल पर तो भारी वाहनों के गुजरने पर कंपन महसूस किया जा सकता है। नागपुर-अमरावती महामार्ग की स्थिति भी ठीक ऐसी ही है। जिरह के दौरान अन्य वकीलों ने भी महामार्ग को लेकर अपने बुरे अनुभव बताए, तो न्यायमूर्तियों ने भी इस पर सहमति जताते हुए आदेश जारी किया।
कामकाज में लापरवाही : बता दें कि एचसीबीए पूर्व अध्यक्ष एड. अरुण पाटील ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर महामार्ग के कामकाज में हुई लापरवाही का मुद्दा उठाया है। बीते दो वर्षों में हाईकोर्ट ने मामले में समय समय पर आदेश जारी किया। सरकार ने कई बार हलफनामा प्रस्तुत कर महामार्ग को कुछ ही दिनों में ठीक करने की बात कही, लेकिन दो वर्ष में महामार्ग का काम पूरा नहीं हो सका। एड.मिर्जा ने यह मुद्दा भी कोर्ट में उठाया।