मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी शहर में नहीं खुला महाविद्यालय
शहडोल मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी शहर में नहीं खुला महाविद्यालय
डिजिटल डेस्क, शहडोल। मुख्यमंत्री ने वर्षों पूर्व शहडोल में कॉलेज खोले जाने की घोषणा की थी। जिसके संबंध में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा पत्राचार कर जानकारी मांगी गई थी। लेकिन वह जानकारी 2020 से फाइलों में दबी पड़ी है। उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई, और ना ही निर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने इस दिशा में कोई पहल करने की कोशिश की। जिसका परिणाम यह है कि महाविद्यालय आज तक नहीं खुल पाया है। छात्र हित में शहडोल शहर में पंडित शंभूनाथ शुक्ला महाविद्यालय पुराने परिसर में ही खोले जाने की मांग उठ रही है।
विश्वविद्यालय में महाविद्यालय की अपेक्षा लगभग दुगनी फीस है। छात्रों को अध्ययन करने के लिए यहां से लगभग 15 किलोमीटर तक जाना आना पड़ता है। ऐसी स्थिति में शहडोल शहर में पूर्ववत पंडित शंभूनाथ शुक्ला के नाम पर शासकीय महाविद्यालय संचालित किया जाना आवश्यक है। महाविद्यालय खोलने की सभी मूलभूत सुविधाएं भी इस परिसर में उपलब्ध है। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला महामंत्री कैलाश तिवारी ने मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर छात्र हित में शहडोल में महाविद्यालय पुराने परिसर में ही खोले जाने की मांग की है। उन्होंने क्षेत्रीय सांसद एवं विधायक से अपेक्षा की है कि हजारों छात्रों की समस्या पर ध्यान दें।