उत्तर-दक्षिण की दमदार जुगलबंदी से श्रोता हुए मंत्रमुग्ध

खासदार सांस्कृतिक महोत्सव उत्तर-दक्षिण की दमदार जुगलबंदी से श्रोता हुए मंत्रमुग्ध

Bhaskar Hindi
Update: 2021-12-22 07:16 GMT
उत्तर-दक्षिण की दमदार जुगलबंदी से श्रोता हुए मंत्रमुग्ध

डिजिटल डेस्क, नागपुर। भारतीय शास्त्रीय संगीत को दो प्रकार से बांटा गया है एक उत्तर भारतीय यानी हिंदुस्तानी शैली और दूसरा दक्षिण भारत यानी कर्नाटक शैली।  इन दोनों का  उत्कृष्ट मिलाप का अनुभव खासदार सांस्कृतिक महोत्सव के पांचवें दिन नागपुरवासियों को सुनने को मिला। बांसुरी वादक पं. राकेश चौरसिया व तबला वादक ओजस आडिया की हिंदुस्तानी शैली और दक्षिण भारतीय शैली के बांसुरी वादक पं. शशांक सुब्रमण्यम व मृदंगा वादक परुपल्ली फाल्गुन की जुगलबंदी ने नागपुरवासियों का दिल जीता। केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी की संकल्पना को साकार करते हुए खासदार सांस्कृतिक महोत्सव के पांचवें दिन संगीताचार्य पं. द. वी. काणेबुवा प्रतिष्ठान द्वारा भारतरत्न पं. भीमसेन जोशी जन्मशताब्दी महोत्सव पर "उत्तर-दक्षिण" जुगलबंदी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन कांचन गडकरी द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के संचालक डॉ. दीपक खिरवडकर, राहुल पांडे, डॉ. प्रमोद पडोले, प्रकाश पोहोरे, तनुजा नाफडे, जोसेफ राव, अरुण कोटेचा, शिव अग्रवाल, पूनम लाला प्रमुख रूप से उपस्थित थे। कांचन गडकरी ने कलाकारों का सत्कार भी किया। 

बांसुरी वादन से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ बांसुरी वादक  पं. राकेश चौरसिया व पं. शशांक सुब्रमण्यम के बांसुरी वादन से हुआ, जिसमें उन्होंने विविध रागों की रचना प्रस्तुत की। इसके पश्चात तबला पर ओजस आडिया व मृदंग पर परुपल्ली फाल्गुन ने दमदार संगत की। कार्यक्रम के दूसरे चरण में विदुषी मंजुषा पाटिल, पं. उपेंद्र भट, नागेश अडगावकर, सौरभ नाईक ने  पं. भीमसेन जोशी की भक्तिरचना की प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।  मंजुषा पाटील, नागेश व सौरभ ने  "जय जय राम कृष्ण हरि" भक्तिगीत से अपनी प्रस्तुति का शुभारंभ किया। कार्यक्रम की रूपरेखा प्रकाश एदलाबादकर ने बनाई। गायक कलाकारों द्वारा  "आरंभी वंदीन, पंढरी निवासा, ज्ञानियांचा राजा, बाजे मुरलीया, काया ही पंढरी, माझे माहेर पंढरी, भाग्यदा लक्ष्मी, तीर्थ विट्ठल, इंद्रायणी काठी" आदि की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रा. अनिल सोले, उपाध्यक्ष मधुप पांडे, गौरीशंकर पाराशर, अशोक मानकर, दिलीप जाधव, सचिव जयप्रकाश गुप्ता, कोषाध्यक्ष प्रा. राजेश बागडी, सदस्य बालासाहेब कुलकर्णी, संजय गुलकरी, संदीप गवई, चेतन कायरकर, आशीष वांदिले, भोलानाथ सहारे उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन रेणुका देशकर ने किया।  


 

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