टेकड़ी गणेश पर्यटन क्षेत्र नहीं, आरटीआई में खुलासा

भ्रमित करने वाली जानकारी आई थी सामने टेकड़ी गणेश पर्यटन क्षेत्र नहीं, आरटीआई में खुलासा

Bhaskar Hindi
Update: 2023-04-27 04:42 GMT
टेकड़ी गणेश पर्यटन क्षेत्र नहीं, आरटीआई में खुलासा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। टेकड़ी गणेश मंदिर को लेकर पिछले महीने भ्रमित करने वाली जानकारी सामने आई थी। प्रसार माध्यमों ने भी इस खबर का खूब प्रचार किया। खबर यह थी कि नागपुर के प्राचीन टेकड़ी गणेश मंदिर को सरकार ने पर्यटन क्षेत्र घोषित किया है। यह भी बताया गया था कि पर्यटन विभाग ने 29 मार्च को इस संबंध में एक परिपत्रक जारी कर दिया है। इसलिए अब मंदिर के विकास के लिए 5 करोड़ रुपए की निधि मिलेगी, जबकि यह भ्रमित करने वाली जानकारी है। हाल ही में इसका खुलासा हुआ है। सूचना अधिकार कानून के तहत राज्य सरकार के पर्यटन व सांस्कृतिक कार्य विभाग से इस बारे में जानकारी देकर खुलासा किया है। इसमें राज्य के विभाग के जन सूचना अधिकारी व अवर सचिव ने बताया है कि 29 मार्च को हुए शासन निर्णयानुसार टेकड़ी गणेश मंदिर को पर्यटन स्थल का दर्जा नहीं दिया गया है। यह भी स्पष्ट किया गया है कि मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण के लिए 5 करोड़ रुपए के कार्यों को प्रशासकीय मान्यता दी गई है। इसमें से 1 करोड़ रुपए नागपुर जिलाधिकारी कार्यालय के सुपुर्द किए गए हैं। सामाजिक कार्यकर्ता भूषण दड़वे के अावेदन पर यह जानकारी विभाग ने दी है।

अब अपनी डफली, अपना राग : टेकड़ी गणेश मंदिर को पर्यटन स्थल का दर्जा मिलने की खुशी में इसके लिए प्रयास करने वाले कुछ लोगों को शहर की विविध संस्थाओं ने सत्कार कार्यक्रम आयोजित किया। जब सूचना अधिकार कानून के तहत सच सामने आया तो मंदिर प्रशासन के अधिकारी से लेकर सत्कारमूर्तियों ने अपने बयान बदल दिए हैं। सब अपना-अपना पक्ष रखकर पर्यटन क्षेत्र की बात काे नकार रहे हैं। यहां तक कि मंदिर प्रशासन ने भी पर्यटन क्षेत्र की मंजूरी दिलाने के लिए विधायक कृष्णा खोपड़े़ व सामाजिक कार्यकर्ता भूषण दड़वे का सत्कार कार्यक्रम आयोजित किया था। 

पहले से ‘क’ तीर्थक्षेत्र का दर्जा : टेकड़ी गणेश मंदिर को पहले से ‘क’ तीर्थक्षेत्र का दर्जा प्राप्त है। इसके अलावा पर्यटन स्थल का दर्जा नहीं मिला है।
-श्रीराम कुलकर्णी, सचिव श्री गणेश मंदिर टेकडी नागपुर

पर्यटन स्थल का दर्जा नहीं : इस बारे में मेरे पास कोई अधिकृत दस्तावेज उपलब्ध नहीं होने से मैंने सूचना अधिकार कानून के तहत जानकारी मांगी। इसमें पर्यटन क्षेत्र का कोई भी दर्जा नहीं मिलने की पुष्टि हुई है। इस मंदिर को ‘क’ तीर्थक्षेत्र का दर्जा प्राप्त है। पर्यटन स्थल का दर्जा नहीं है। -भूषण दडवे, सामाजिक कार्यकर्ता

प्रारंभिक प्रक्रिया मानी जा सकती
टेकड़ी गणेश मंदिर के विकास के लिए 5 करोड़ रुपए मंजूर हो चुके हैं। 1 करोड़ रुपए मिल चुके हैं। अब नियमानुसार यहां का विकास करने के लिए स्थानीय निकाय द्वारा काम किया जाएगा। इसे पर्यटन स्थल बनाने की प्रारंभिक प्रक्रिया मानी जा सकती है। इसके बाद ही प्रस्तावित पर्यटन स्थल का दर्जा मिलेगा। फिलहाल यह विकासकार्य पर्यटन स्थल के लिए है या तीर्थक्षेत्र के लिए है, यह स्पष्ट नहीं है। -कृष्णा खोपड़े, विधायक

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