गुरवला नेचर सफारी से सटे जंगलों में पेड़ों की कटाई रोकें
कलेक्ट्रेट पर दस्तक गुरवला नेचर सफारी से सटे जंगलों में पेड़ों की कटाई रोकें
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। गड़चिरोली तहसील के गुरवला वनक्षेत्र में वनविभाग ने गुरवला नेचर सफारी शुरू की है। इस सफारी के चलते वन प्रबंधन समिति के लोगों को रोजगार उपलब्ध हुआ है। लेकिन कुछ दिनों से एफडीसीएम द्वारा नेचर सफारी से सटे वनों के पेड़ों को काटने की प्रक्रिया की जा रही है। वनों की इस कटाई से वन्यजीवों को खतरा निर्माण होगा और वन्यजीव गुरवला वनक्षेत्र से स्थनांतरित होंगे। एफडीसीएम द्वारा की गयी वनों की कटाई को तत्काल रोकने की मांग को लेकर गुरुवार को वन प्रबंधन समिति के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर दस्तक दी। इस समय जिलाधिकारी संजय मीणा को ज्ञापन भी सौंपा गया।
ज्ञापन में समिति पदाधिकारियों ने बताया कि, गुरवला वनक्षेत्र में बाघ, तेंदूआ, भालू, नीलगाय, चीतल, हिरण समेत अन्य प्रकार के वन्यजीव मौजूद हैं। वन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गड़चिरोली वनविभाग ने इस वनक्षेत्र में जंगल सफारी शुरू की है। जिसका जिम्मा गुरवला की वन प्रबंधन समिति पर सौंपा गया है। इस कार्य से समिति के लोगों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है। लेकिन कुछ दिनों से गुरवला वनक्षेत्र से सटे कक्ष क्रमांक 151, 160 और 153 में एफडीसीएम की ओर से वनों की कटाई की जा रही है। वनों की कटाई हुई तो यहां मौजूद वन्यजीवों का स्थनांंतरण होगा, जिससे इस नेचर सफारी को नुकसान होगा। ताड़ोबा नेचर सफारी की तरह इन दिनों गुरवला नेचर सफारी में भी पर्यटकों का ताता लग रहा है। वन्यजीवों का दीदार करने यहां लोगों की भीड़ हो रही है। इस कार्य से लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होने लगा है। लेकिन वनों की कटाई करने से यह रोजगार बंद हाेगा, जिससे वनों की कटाई तत्काल रोकने की मांग समिति पदाधिकारियों ने अपने ज्ञापन से की है।