मानव विकास कार्यक्रम की निधि उसी योजना में खर्च करें
क्षीरसागर ने दिए निर्देश मानव विकास कार्यक्रम की निधि उसी योजना में खर्च करें
डिजिटल डेस्क,अमरावती। मानव विकास कार्यक्रम में 13 योजना शामिल की गई है। इस कारण इस कार्यक्रम की निधि उन 13 योजनाओं के लिए ही खर्च की जाए अन्य कामों के लिए इस निधि का इस्तेमाल न करने के स्पष्ट निर्देश राज्य नियोजन मंडल के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश क्षीरसागर ने यहां दिए। अमरावती विभाग की पांचों जिलों की समीक्षा लेने के लिए राजेश क्षीरसागर की अध्यक्षता में नियोजन भवन में बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर वह बोल रहे थे। विभागीय आयुक्त पीयूष सिंह, जिलाधीश पवनीत कौर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविश्यांत पंडा, अकोला की जिलाधीश निमा अरोरा, बुलढाणा के जिलाधीश एस. राममूर्ति, वाशिम के जिलाधीश षणमुखराजन एस., यवतमाल के जिलाधीश अमोल येडगे, नियोजन उपायुक्त किरण जोशी सहित विविध अधिकारी उपस्थित थे।
क्षीरसागर ने कहा कि कोरोनाकाल में स्वास्थ्य, राजस्व व विविध विभागों ने समन्वय रख अच्छा काम किया। संभावित तीसरी लहर को रोकने के लिए नियोजन पूर्वक अस्पताल, ऑक्सीजन प्लांट के काम प्राथमिकता से किए गए। अस्पतालों का फायर ऑडिट का काम पूरा होना आवश्यक है। इसी तरह बालकों के लिए स्वतंत्र स्वास्थ्य सुविधा निर्मित की जाए। नए काम चलाते समय अधिक से अधिक सार्वजनिक हित को देखने का प्रयास करने के निर्देश भी क्षीरसागर ने दिए। उन्होंने यह भी कहा कि, विभाग में संभावित तीसरी लहर निमित्त अस्पताल सुसज्ज करते समय ऑक्सीजन निर्मिती प्रकल्पों को चालना दी गई।
अमरावती विभाग में 56 पीएसए ऑक्सीजन प्रकल्प तथा प्रत्यक जिले में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन स्टोअरेज की सुविधा हुई। वर्तमान में अमरावती विभाग के पांचों जिले में पॉजिटीविटी रेट 0.1 है। संभावित तीसरी लहर को देखते हुए सभी यंत्रणा सुसज्ज रखी गई है। यह जानकारी विभागीय आयुक्त पीयूष सिंह ने दी।
सभी जिलाधीशों का प्रस्तुतिकरण
जिला नियोजन के संबंध में पांचों जिलों के जिलाधीश व जिला नियोजन अधिकारियों की तरफ से प्रस्तुतिकरण किया गया। अमरावती की जिला नियोजन अधिकारी वर्षा भाकरे, अकोला के गिरीश शास्त्री, यवतमाल के मूर्लीनाथ वाडेकर, बुलढाणा के सुनय लाड तथा वाशिम की जिला नियोजन अधिकारी सरिता आंबरे व मानव विकास कार्यक्रम अधिकारी राजेश सोनखासकर ने प्रस्तुतिकरण किया।