छोटे जलसंवर्धन प्रकल्पों से गांव में आती है समृद्धि
प्रगति छोटे जलसंवर्धन प्रकल्पों से गांव में आती है समृद्धि
डिजिटल डेस्क, वर्धा । नदी, नालों की खुदाई करने के कारण जलस्तर बढ़ रहा है। बड़े प्रकल्प के कारण अनेक प्रश्न का निर्माण होता है। छोटे जलसंवर्धन प्रकल्प से गांव में समृद्धि आती है। पानी को रोकने, उससे जमीन की नमी बनी रहने से गांव की रूपरेखा बदलने की क्षमता प्रकल्प में है। यह बात केंद्रीय मंत्री नितीन गड़करी ने कही। येलाकेली के धाम उन्नई प्रकल्प, मांडवा के मोतीनाला चौड़ाईकरण प्रकल्प का मुआयना केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने किया। पश्चात जामणी पहुंचकर पत्रकारों से बातचीत के दौरान जल संवर्धन के लिए लघु सिंचन प्रकल्प निर्माण की बात कही। धाम नदी की लंबाई 26 किमी है। मांडवा का प्रकल्प पूर्ण करने के लिए जवाहरलाल नेहरु फाउंडेशन ने मदद की। इस प्रकल्प के माध्यम से गांव की तस्वीर बदलती नजर आ रही है। इस प्रकल्प के कारण 6 गांवों को इसका लाभ मिलेगा।
धाम नदी के चौड़ाईकरण के लिए बजाज ने पत्र के माध्यम से सूचित किया था। इस प्रकल्प के द्वारा वर्धा शहर और जलापूर्ति होने वाले 13 गांवों को पानी की समस्या से निजात मिलेगी। ऐसे प्रकल्प सभी जगह होने पर किसानों पर आत्महत्या करने की नौबत नहीं आएगी। प्रत्येक गांव में ऐसे कम खर्च के प्रकल्प होने से गांव की गरीबी, बेरोजगारी दूर होकर किसान को समृद्ध होने में मदद मिलेगी। ऐसा केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने खर्डा में जलसंवर्धन प्रकल्प के निरीक्षण के दौरान कहा।