सिरोंचा वन विभाग ने की गिद्ध संवर्धन की पहल
गड़चिरोली सिरोंचा वन विभाग ने की गिद्ध संवर्धन की पहल
डिजिटल डेस्क, सिरोंचा(गड़चिरोली) सिरोंचा वन विभाग में सफेद गिद्ध, भारतीय गिद्ध के साथ युरेफियन ग्रिफॉन गिद्ध भी पाए जाते हैं। दिन ब दिन यह गिद्ध दुर्लभ होते जा रहे हैं। इस कारण गिद्ध के संवर्धन के लिए वन विभाग आगे आया है। इसके तहत सिरोंचा वन विभाग की ओर से कमलापुर व देचली वनपरिक्षेत्र के विभिन्न जगह गिद्ध उपहारगृह तैयार किए गए हैं। सिरोंचा वन विभाग के मार्फत गिद्ध संवर्धन व संनियंत्रण वर्ष 2013-14 से शुरू है। इसके लिए वन विभाग के गिद्ध उपहारगृह क्रियान्वित है। उसमें कमलापुर वनपरिक्षेत्र के दामरंचा, खांदला, छल्लेवाडा व देचली वनपरिक्षेत्र में एक उपहार गृह है। इन उपहारगृह पर निगरानी रखने के लिए 5 गिद्ध मित्रों की स्थानीय गांव से चयन किया गया है।
उक्त गिद्ध मित्र वनविभाग के साथ सनियंत्रण उपहार गृह के लिए मृत मवेशी देने के लिए गांव में जानकारी देना, गांव में जनजागृति करना यह कार्य कर रहा है। सिरोंचा वनविभाग पशुवैद्यकीय विभाग से समन्वय बनाकर कार्य करेगा व गिध्द की संख्या बढ़ाने के लिए सभी स्तर से प्रयास करने वाला है। इस दौरान कमलापूर में वनविभाग के अधिकारी व कर्मचारियों की कार्यशाला लेकर गिध्द संवर्धन के कार्यो का जायजा लिया गया। साथ ही गिध्द संनियंत्रण कार्यो में किस तरह सुधार किया जाएगा। इस संदर्भ में नागपूर के शास्त्रज्ञ व वन्यजीव चिकित्सक डा.बहार बावीसकर ने मार्गदर्शन किया। इस समय उपवनसंरक्षक पूनम पाटे, वनपरिक्षेत्र अधिकारी संजोग खरतड, विकास भोयर, देचली, कमलापूर प्राणहिता के वनरक्षक व वनपाल के साथ गिद्ध मित्र उपस्थित थे।