शिवसेना के युवा नेता पूर्वेश का विदर्भ प्रेम, कहा यहां की माटी से जुड़ाव गहरा है
शिवसेना के युवा नेता पूर्वेश का विदर्भ प्रेम, कहा यहां की माटी से जुड़ाव गहरा है
डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ को लेकर शिवसेना सदैव चर्चा में रहती है। विदर्भ राज्य की मांग के विरोध में वह कई बार आक्रामक भूमिका में भी आ जाती है। विदर्भवादी तो यह तक आरोप लगा जाते हैं कि केवल मुंबई की सत्ता की राजनीति करने के लिए शिवसेना विदर्भ से प्रेम नहीं रखती है, लेकिन बुधवार को एक अलग ही नजारा देखने को मिला। शिवसेना ने युवा संगठन को मजबूत करने के लिए मुंबई से युवा नेता को यहां भेजा। शिकवा शिकायत के बीच वह युवा नेता अचानक विदर्भ से प्रेम जता गया। युवा नेता का कहना था कि यहां की माटी से पहले से जुड़ाव है। अब और भी गहरा हो गया है। लिहाजा वह मुंबई व विदर्भ के शिवसेना नेताओं के बीच सेतु बनने का काम करेगा। वह युवा नेता युवा सेना का सचिव पूर्वेश सरनाईक है। पूर्वेश के पिता प्रताप सरनाईक शिवसेना के वरिष्ठ विधायक हैं। पार्टी में प्रभावशाली स्थान रखते हैं। पूर्वेश ठाणे महानगरपालिका में नगरसेवक भी हैं। सरनाइक परिवार मूल रूप विदर्भ के यवतमाल जिले के हैं।
यवतमाल में है खेत
ठाणे में भले ही वे स्थापित हो गए हैं, लेकिन यवतमाल में उनकी खेती की जमीन भी है। लिहाजा पूर्वेश सरनाईक परिवार स्वयं को विदर्भ का मानता है। इस बीच पूर्वेश का वैवाहिक रिश्ता राज्यमंत्री रणजीत पाटील की पुत्री कश्मीरा के साथ तय हुआ है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी भाजपा नेताओं में शामिल पाटील अकोला के हैं। वहां के पालकमंत्री भी है। पूर्वेश को युवा सेना के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे ने विदर्भ में संगठनात्मक मामले जिम्मेदारी सौंपी है। अकोला व अन्य जिलों में संगठनात्मक मामले की बैठक लेने के बाद पूर्वेश बुधवार को यहां आए थे। शहर व ग्रामीण के युवा नेताओं से उन्होंने संवाद साधा। इसी दौरान विदर्भ के साथ मुंबई के शिवसेना नेताओं के असहयोग का जिक्र छिड़ा। तब पूर्वेश ने विदर्भ प्रेम जताया। पूर्वेश का कहना था कि वह नागपुर व विदर्भ के पार्टी नेताओं के बीच सेतु बनने का प्रयास करेगा। पिता का जन्म स्थान विदर्भ में है। अब ससुराल भी विदर्भ में होने जा रही है। ऐसे में विदर्भ के नेताओं को निराश नहीं होने दिया जाएगा। आवश्यक हुआ तो शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के पास पिता प्रताप सरनाईक के साथ जाकर विदर्भ की विविध स्थितियों से अवगत कराएंगे।
पिता का जन्म स्थान विदर्भ
मैं नागपुर व विदर्भ के पार्टी नेताओं के बीच सेतु बनने का प्रयास करूंगा। पिता का जन्म स्थान विदर्भ में है। अब ससुराल भी विदर्भ में होने जा रही है। ऐसे में विदर्भ के नेताओं को निराश नहीं होने दिया जाएगा।