सावली जंगल से सटे इलाके में बाघ के हमले में चरवाहा घायल
चंद्रपुर सावली जंगल से सटे इलाके में बाघ के हमले में चरवाहा घायल
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। सावली वनपरिक्षेत्र के व्याहाड़ खुर्द उपवन परिक्षेत्र अंतर्गत उपरी जंगल परिसर में मवेशियों को चरा रहे चरवाहा पर बाघ ने हमला कर दिया, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल का नाम खुशाल कवडू शेट्ये (50) है। प्राप्त जानकारी के अनुसार चरवाहा हमेशा की तरह अपने मवेशियों को लेकर जंगल परिसर में चराने लेकर गया था। ऐसे में घात लगाए बैठे बाघ ने उस पर हमला कर दिया। हमले की घटना आसपास के लोगों को पता चलते ही उन्होंने चिल्लाना शुरू किया। इसके बाद बाघ भाग गया। जख्मी चरवाहे को तत्काल गड़चिरोली के सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया। इस घटना से गांव में भय का माहौल बना हुआ है। बता दंे कि व्याहड़ खुर्द से कढ़ोली मार्ग पर कई गांव होकर वह जंगल से सटे हुए हैं, जिससे यहां के लोगों को कई बार बाघ तथा तेंदुए के हमले का सामना करना पड़ा। वनविभाग द्वारा इस ओर ध्यान देकर वन्यप्राणियों का बंदोबस्त करने की मांग की जा रही है।
चारगांव में आदमखोर बाघिन की दहशत
भद्रावती में पिछले सात दिनों से माजरी शहर सहित आसपास का ग्रामीण क्षेत्र बाघ की दहशत में जी रहा है। सात दिनों से बाघ को पकड़ने के लिए वनविभाग तथा पुलिस प्रशासन द्वारा प्रयास जारी रहने के बावजूद बाघ आसपास के गांवों में घूमने की जानकारी सामने आ रही है। मंगलवार की दोपहर 4 बजे के दौरान बाघ भद्रावती समीप चारगांव में दिखाई दिया। वनविभाग ने चारगांव वेकोलि चेकपोस्ट के पास बाघ को देखा। 31 अक्टूबर सोमवार की सुबह करीब 8 बजे ढोरवासा के पास पुलिस तथा वन विभाग के अधिकारियों को यही बाघिन विचरण करते दिखाई दी थी। वनविभाग कर्मी बाघ पर नजर बनाए हुए हैं। माजरी कालरी, एकता नगर, तेलवासा, चारगांव, जूना कुनाड़ा, नवीन कुनाड़ा, ढोरवासा, देउलवाड़ा, चालबर्डी, कोंढा, माजरी बस्ती, पलसगांव आदि गांवों के आस-पास पिछले एक सप्ताह से बाघिन मुक्त विचरण करते हुए देखा जा रहा है, जिससे लोगों में दहशत बनी हुई है। बाघ के भय से किसान खेतों में जाने से कतरा रहे हैं। अंधेरा होने के पूर्व लोग घरों में पहुंच रहे हैं।