यमुना सफाई को लेकर शेखावत ने केजरीवाल सरकार को घेरा
यमुना प्रदूषण में दिल्ली की हिस्सेदारी 80 प्रतिशत से ज्यादा यमुना सफाई को लेकर शेखावत ने केजरीवाल सरकार को घेरा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । यमुना सफाई को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच जारी तकरार में केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत भी कूद पड़े हैं। उन्होने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घेरते हुए कहा कि यमुना की सफाई नहीं करके उन्होने भगवान भास्कर और छठी मईया को लेकर करोड़ों लोगों के ह्दय में सदियों से संचित आस्था का अपमान किया है। उन्होने कहा कि केजरीवाल इस पाप की भागीदारी से नहीं बच सकते।
दरअसल केजरीवाल सरकार ने आरोप लगाया है कि दूसरे राज्यों खासकर हरियाणा से गंदा पानी यमुना में गिराया जा रहा है। इस आरोप पर केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री ने मुख्यमंत्री केजरीवाल से पूछा कि यमुना में रोज गिरने वाली दिल्ली की गंदगी को रोकने के लिए आपने क्या किया है? उन्होने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को दूसरे राज्यों पर ठीकरा फोड़ने के बजाय अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। उन्होने कहा कि यमुना का मात्र 2 प्रतिशत (22 किमी) हिस्सा दिल्ली क्षेत्र में आता है, लेकिन कुल प्रदूषण में 80 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी यहीं से है। दिल्ली के लगभग 18 बड़े नाले 35 करोड़ लीटर से अधिक सीवेज और औद्योगिक कचरा यमुना में रोजाना डाल रहे हैं। शेखावत ने बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत लगभग 1,385 एमएलडी के सीवेज शोधन की कुल 13 परियोजनाओं में केन्द्र सरकार वित्तीय मदद प्रदान कर रही है। इनकी कुल लागत लगभग 2,419 करोड़ रूपये है। लेकिन खेद है कि अभी भी राज्य सरकार की प्राथमिकता इन परियोजनाओं को पूरा करने में नहीं है।