सच कहना यदि बगावत, तो हम हैं बगावती- शत्रुध्न सिन्हा
सच कहना यदि बगावत, तो हम हैं बगावती- शत्रुध्न सिन्हा
डिजिटल डेस्क नरसिंहपुर । लोग महसूस करते हैं कि आज भाषण, जुमलेबाजी हो रही है और जनता के काम नहीं हुए है तो जनता जनार्दन इसका जबाब देगी, क्योंकि जन शक्ति जब एकजुट होकर सामने आती है तो धनशक्ति एकतरफ धरी रह जाती है। देश में स्वर्गीय इंदिरा गांधी, राजीव गांधी जैसे दिग्गजों की बहुमत वाली सरकार को भी जनता ने ही सबक दिया है। 440 वोल्ट की सरकार आई और गई हो गई है, लोकतंत्र को मजबूत रखना हमारी पहली प्राथमिकता है। इसके लिए सच कहना यदि बगावत है तो हम बगावती है।
यह बात वरिष्ठ भाजपा नेता व सिने अभिनेता शत्रुध्न सिन्हा ने स्थानीय सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। एक प्रश्न के जबाब में उन्होंने कहा कि भाजपा मेरी पहली और आखरी पार्टी है। बाबुल सुप्रियो का बयान दुर्भायपूर्ण है, क्योंकि हम कभी पार्टी विरोधी नहीं है, अपने घर को मजबूत करना हमारा काम है। कहीं विरोधाभास जरूर है, लेकिन यह विद्रोह नहीं है। सही बात कहना जरूरी है मैं हमेशा कहता हूं कि 1 मेन शो और टू मेन आर्मी की स्थिति चल रही है। देश की सरकार में शामिल मंत्रियों की कदर नहीं है, उनकी कोई पहचान नहीं है। अटल जी की सरकार के कार्यो का स्मरण दिलाते हुए कहा कि देश को विकास पथ पर ले जाने काम उस समय हुआ और बड़ी उपलब्धियां हासिल की गई।
आवाज करेंगे बुलंद
जनता जनार्दन को मजबूत करने के लिए हजारो मील लंबी यात्रा पर हम निकल पड़े हैं। राष्ट्र मंच इसका पहला कदम है। हमारा उद्देश्य देश के युवाओं और आम लोगों की आवाज बुलंद करना है। यह राजनैतिक आंदोलन राष्ट्र व जनहित के लिए हमेशा खड़ा रहेगा।
समस्या का जल्द निपटारा
प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने एक प्रश्न के जबाब में कहा कि एनटीपीसी से किसानों की समस्या के समाधान का प्रस्ताव आया है। इसमें सुझाव और सुधार के लिए कहा गया है। हम आशान्वित है कि इस समस्या का जल्द बेहतन निपटारा हो जाएगा। किसानों पर बने मामले के निराकरण में जिला प्रशासन ने सकारात्मक पहल कर अच्छा योगदान दिया है।
कश्मीर राजनैतिक मुद्दा है और इसका समाधान राजनैतिक तरीके से संभव
कश्मीर मुद्दे के एक प्रश्न के जबाब में पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच गोलीबारी थम सकती है। अटलजी की सूझबूझ से जब यह हो सका है और लंबे समय तक इसका पालन हुआ है फिर आज वह स्थिति क्यों नहीं बन सकती। कश्मीर राजनैतिक मुद्दा है और इसका समाधान राजनैतिक सूझबूझ से ही संभव है।
लड़ेंगे लंबी लड़ाई
धरना समाप्त किए जाने के प्रश्न के जबाब में पूर्व वित्तमंत्री श्री सिन्हा ने कहा कि किसानों की समस्याओं के समाधान की लड़ाई लंबी है, जिसे हर स्तर पर लडऩे के लिए हम प्रयास करेंगे। यह धरना समाप्त हुआ है। अभी समस्या निराकरण के लिए आए प्रस्तावों में सुधार के लिए कुछ समय दिया गया है। एनटीपीसी के समक्ष धरना जारी है और इसका हम समर्थन करते हुए आवश्यकता पडऩे पर फिर वापस आएंगे।
इस मौके पर राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा कक्का जी, राष्ट्रमंच से ज़ुडे पंजाब के आईपीएस व पूर्व विदेश सचिव केसी सिंह, डॉ. संजीव चांदोरकर, महंत प्रीतमपुरी गोस्वामी, विश्वास परिहार, रमाकांत धाकड़ सहित अन्य मौजूद रहे।