नागपुर मेें कम उम्र की लड़कियों के यौन शोषण मामले बढ़े
साइबर क्राइम नागपुर मेें कम उम्र की लड़कियों के यौन शोषण मामले बढ़े
डिजिटल डेस्क, नागपुर। साइबर अपराध के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कम उम्र की लड़कियां इस समय उनके निशाने पर हैं। कुछ कॉल तो विदेश से आते हैं। एेसे अज्ञात नंबरों से सावधान रहें। पिछले साल नागपुर में कम उम्र की लड़कियों के यौन शोषण से जुड़े 50 से अधिक मामले सामने आए। मानकापुर और हुडकेश्वर में एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हुए। वर्ष 2020 में राज्य में 600 से अधिक साइबर अपराध से जुड़े मामले दर्ज किए गए हैं, इनमें अधिकांश मामले कम उम्र की लड़कियों के यौन शोषण से जुड़े थे।
राजस्थान के ब्लैकमेलर का शिकार हुआ 15 वर्षीय बालिका
एक 15 वर्षीय बालिका को मोबाइल पर गेम खेलने का चस्का लग गया। वह ऑनलाइन क्लास करते- करते गेम भी खेलने लगी। इस बालिका से साइबर अपराधी ने दोस्ती कर ली। गेम में जिताने के लिए अपना आईडी और पासवर्ड भी दिया। बालिका उसके इरादे भांप नहीं पाई। कुछ समय बाद फुसलाकर न्यूड वीडियो मंगा लिया। उसके बाद वह पैसे की मांग करने लगा। पैसे नहीं देने पर ब्लैकमेल करने लगा। परिजन साइबर पुलिस के पास गए। मामला हुडकेश्वर थाने पहुंचा। द्वितीय थानेदार चितरंजन चांदुरे ने छानबीन की तो पता चला कि राजस्थान में बैठकर साइबर अपराधी बालिका को ब्लैकमेल कर रहा था। उन्होंने उसे पकड़कर नागपुर लाया। जब पुलिस ने उसे राजस्थान से पकड़ा था, तब वह नाबालिग था। अब बालिग हो चुका है।
फाॅलोअर बनकर करने लगा ब्लैकमेल
मानकापुर इलाके में एक युवती का पुराना दोस्त अपनी नकली आईडी तैयार कर पूर्व परिचित युवती का पहले फाॅलोअर बना। बाद में उसकी ही तस्वीरों को लेकर आपत्तिजनक कमेंटस डालकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने लगा। जब युवती ने उसकी इस हरकत के लिए फटकारा तो वह पैसे की मांग कर उसे ब्लैकमेलिंग करने लगा। अंत में पीड़िता ने साइबर पुलिस थाने में मदद मांगी। तब जाकर मामला मानकापुर थाने पहुंचा। मानकापुर पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रकरण दर्ज किया।
फ्रेंडशिप कर दगाबाजी
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार, कम उम्र की लड़कियों को साइबर अपराधी कभी गेम खेलने, तो कभी दोस्ती करने के नाम पर उनकी भावनाओं से खिलवाड़ करते हैं। बहला-फुसलाकर कुछ ऐसी आपत्तिजनक तस्वीरें हासिल कर लेते हैं, जिसके माध्यम से बाद में वे इन्हें ब्लैकमेल करने लगते हैं। नागपुर में हर माह साइबर अपराध पुलिस थाने के पास 100 से अधिक यौन शोषण की शिकायतें मिल रही हैं। इतना ही नहीं, साइबर थाने में हर रोज यौन शोषण से जुड़े ब्लैकमेलिंग के 2 से 3 मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे कुछ मामले शहर के थानों में भी दर्ज हो रहे हैं।
घातक साबित हो रहा मोबाइल
मोबाइल फोन बच्चों के लिए बेहद घातक सिद्ध हो रहा है। ऑनलाइन क्लास के चलते कम उम्र की लड़कियों के हाथ में मोबाइल है। साइबर अपराधी उन्हें टारगेट कर रहे हैं। हुडकेश्वर और मानकापुर थाने में दर्ज मामले इसकी पुष्टि करते हैं। कुछ मामलों में तो ब्लैकमेलर अच्छी-खासी रकम की मांग करते हैं।
साइबर पुलिस विभाग के विशेषज्ञों की राय
साइबर पुलिस विभाग में कार्यरत विशेषज्ञ अधिकारी कहते हैं कि सोशल मीडिया पर कोई भी तस्वीर या वीडियो शेयर करते समय सावधान रहें। साइबर अपराधी अापकी तस्वीर के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं। सोशल मीडिया पर कोई भी फोटो या वीडियो शेयर करने के बाद सावधानी पूर्वक अपनी प्रोफाइल को लॉक करें, ताकि कोई भी उसके साथ किसी प्रकार की छेड़छाड़ न कर सके।
विदेशी नंबरों से सतर्क रहने की जरूरत
सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते समय अधिक सतर्क रहें। विदेशी नंबर से बात करने वाले नंबर से अधिक सतर्कता बरतें। जिन लोगों को आप नहीं पहचानते, ऐसे लोगों से दोस्ती न करें। अपनी बातें या फोटो भविष्य में सार्वजनिक हो गई, तो लोगों मे क्या संदेश जा सकता है, यह सोचकर फोटो, मैसेज के आदान-प्रदान की मर्यादा पालन करें। अपने सोशल मीडिया अकाउंट का पासवर्ड हमेशा बदलते रहें और उसे सुरक्षित रखें। सावधानी में ही सुरक्षा के गुर छिपे हैं। -केशव वाघ, एपीआई, साइबर पुलिस थाना, नागपुर शहर