सीटी-1 बाघ को पकड़ने जंगलों की खाक छान रही आरआरटी टीम

नरभक्षी सीटी-1 बाघ को पकड़ने जंगलों की खाक छान रही आरआरटी टीम

Bhaskar Hindi
Update: 2022-05-11 07:24 GMT
सीटी-1 बाघ को पकड़ने जंगलों की खाक छान रही आरआरटी टीम

संवाददाता|देसाईगंज (गड़चिरोली)। देसाईगंज वनविभाग में एक माह की कालावधि में 2 लोगों को अपना निवाला बनाने वाले नरभक्षी सीटी-1 बाघ को पकड़ने के लिए ताड़ोबा की आरआरटी टीम लगातार पांच दिनों से उसेगांव-शिवराजपुर जंगल की खाक छान रही है। 40 ट्रैप कैमरों के साथ 2 पिंजरे की व्यवस्था भी जंगल में की गयी है। बावजूद इसके अब तक इस टीम को बाघ पकड़ने में सफलता हासिल नहीं हुई है। उधर तहसील के कुरूड़ क्रासिंग और देसाईगंज-आरमोरी महामार्ग पर हर रात को बाघ दिखायी देने का दावा क्षेत्र के किसानों ने किया है। जिससे रात के समय धान की फसलों को सिंचित करने पहंुच रहें किसानों में दहशतपूर्ण माहौल निर्माण हुआ है। जबकि, वनविभाग ने अब तक मुख्य मार्ग पर बाघ के पगमार्क दिखायी नहीं देने का खुलासा भी किया है।

बता दें कि, गत 14 अप्रैल को शिवराजपुर बिट परिसर में इसी नरभक्षी बाघ ने कुरूड़ निवासी मधुकर माेतिराम मेश्राम नामक किसान पर हमला बोला था। जिसमें उनकी घटनास्थल पर ही मृत्यू हो गयी थी। इस घटना के बाद हाल ही मंे 3 मई को उसेगांव जंगल क्षेत्र में बाघ ने हमला कर ग्राम चोप निवासी अजय सोमेश्वर नाकाडे नामक युवक को मौत के घाट उतारा। दोनों घटनाओं के बाद लगातार की गयी मांग के बाद वनविभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए ताडाेबा की शॉर्प शूटर्स की आरआरटी टीम बुलायी है।  यह टीम पिछले 6 मई से शिवराजपुर और उसेगांव जंगल में बाघ को तलाशने का प्रयास कर रहीं है। लगातार पांच दिनों से यह टीम दिन रात एक करते हुए बाघ को तलाश रहीं है। मात्र अब तक बाघ को पकड़ने में यह टीम सफल नहीं हो पायी। वहीं पिछले तीन दिनों से कुरूड़ क्रासिंग पर बाघ के दहाड़ने की आवाज लोगों को सुनाई दे रहीं है। इस जगह का मुआयना भी वनविभाग ने किया है। लेकिन अब तक घटनास्थल पर बाघ के पंजों के निशान दिखायी नहीं दिए है। वनविभाग ने ग्रामीणों से संतर्कता बरतने की अपील भी की है।
 

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