सरकारी योजना का लाभ दिलाने के नाम पर ठगी ग्रामीण महिलाओं से बकरी पालन के नाम पर वसूली राशि
मध्य प्रदेश सरकारी योजना का लाभ दिलाने के नाम पर ठगी ग्रामीण महिलाओं से बकरी पालन के नाम पर वसूली राशि
डिजिटल डेस्क, सिवनी। छपारा के ग्रामीण इलाकों में एक शख्स द्वारा पशुपालन के लिए ऋण देने के नाम पर दर्जनों महिलाओं से ठगी का मामला सामने आया है। जिसकी शिकायत पशु चिकित्सा विभाग द्वारा थाने में कराई गई है। शुरुआत में दो महिलाओं ने अपने साथ हुई ठगी की जानकारी दी है। संभावना है कि आने वाले दिनों में शातिर की शिकार और महिलाएं सामने आ सकती है।
क्या है मामला
पीडि़त महिलाओं ममता भलावी और राजेश्वरी इनवाती का कहना है कि दीपावली के दौरान उनके देवरी गांव में एक शख्स आया। जिसने खुद का नाम भवानी पटेल बताया। उसने खुद के बैंक प्रबंधक पद में होने की बात कही और स्व सहायता समूह की महिलाओं से पशु पालन का लोन दिए जाने की बात कही। महिलाओं द्वारा स्वसहायता समूह की योजना के अंर्तगत बकरी पालन के लिए ऋण आवेदन की बात स्वीकार करने पर उसने 60 प्रतिशत छूट की सुविधा की भी बात कही। उस शख्स ने गांव की अन्य महिलाओं के साथ मीटिंग भी की और उनसे पशुओं के बीमा के नाम पर 1300 रुपए जमा कराने की मांग की। महिलाओं के द्वारा नगद राशि न होने पर उसने कई महिलाओं से इलेक्ट्रॉनिक वॉलेट में भी राशि ली। महिलाओं से ठगी करने वाले शख्स ने उनका ऋण एक पखवाड़े से एक महीने के बीच में स्वीकृत होने की बात कही थी।
नहीं उठा रहा है फोन
महिलाओं का कहना है कि अपने लोन की जानकारी लेने के लिए पिछले दिनों जब उन्होंने कथित बैंक मैनेजर को फोन लगाया तो वह फोन नहीं उठा रहा है। इसके अलावा राशि लेकर उनका नंबर ब्लैक लिस्ट में डाल रखा है। जिन महिलाओं ने बीमा के नाम पर रुपए नहीं दिए हैं उन्हें वह लगातार फोन कर परेशान कर रहा है। जिसके बाद दोनों महिलाएं पशु चिकित्सालय छपारा पहुंची और पूरा घटनाक्रम अधिकारियों से बताया। उस व्यक्ति ने जो पता दिया था वहां पर भी अब कुछ नहीं है। जानकारी लगते ही खंड पशु चिकित्सा अधिकारी एसके गौतम के द्वारा महिलाओं के द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों के साथ पुलिस थाना छपारा में शिकायत की गई है। पुलिस इस मामले में जांच मे ंजुट गई है। इस मामले में और भी पीडि़त सामने आ सकते हैं।
इनका कहना है
सरकार की ओर से पशु धन हेतु कृषकों को ऋण के लिए मूल दस्तावेजों के साथ पशु चिकित्सालय में पहुंचकर कार्रवाई के बाद देने की पद्धति है जिसमें किसी भी प्रकार की नगद राशि नहीं ली जाती है। पशुधन ऋण सुविधा बैंक से लेनदेन प्रक्रिया है। जो भी इस मामले में पीडि़त हैं वे अपनी जानकारी विभाग को उपलब्ध कराएं।
एसके गौतम, खंड पशु चिकित्सा अधिकारी छपारा