मध्य प्रदेश : छतरपुर की चार सीटों पर बागियों की फौज, पूर्व गृह राज्य मंत्री ने की बगावत
मध्य प्रदेश : छतरपुर की चार सीटों पर बागियों की फौज, पूर्व गृह राज्य मंत्री ने की बगावत
डिजिटल डेस्क, छतरपुर। विधानसभा चुनाव के लिए टिकिट न पाने पर भाजपा और कांग्रेस में जमकर बगावत हुई। नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन भी इसका जिले के चार विधानसभाओं में देखने को मिला है। छतरपुर और राजनगर को छोड़ दिया जाए तो चंदला, महाराजपुर, बिजावर और बड़ामलहरा में भाजपा और कांग्रेस के बागी नेता खुलकर सामने आ गए और इन्होंने रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष पहुंचकर निर्दलीय अथवा क्षेत्रीय दलों से नामांकन दाखिल किए हैं। अब देखना यह होगा कि नाम वापसी के दौरान किस-किस की घर वापिसी होती है और कौन मैदान में डटा रहता है।
बड़ामलहरा में बगावत ही बगावत
बड़ामलहरा में सबसे अधिक बगावती स्वर फूट रहे हैं। यहां कुल 33 नामांकन दाखिल किए गए हैं। इनमें बड़ी संख्या में भाजपा और कांग्रेस के बागी भी शामिल हैं। भाजपा से बगावत कर रामनाथ यादव, मप्र हस्त शिल्प विकास निगम अध्यक्ष कपूर चंद घुवारा के बेटा सुनील घुवारा ने बगावत कर दी है। इन दोनों ही भाजपा नेताओं ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया है। बड़ामलहरा कांग्रेस में बगावत अधिक हुई है। यहां से पार्टी द्वारा दमोह जिले के हिंडोलिया निवासी प्रद्युम्न सिंह लोधी को अधिकृत प्रत्याशी बनाया है, इनका यहां काफी विरोध हो रहा है। इसी के चलते संध्या राजा, वीर सिंह परमार, तिलक सिंह लोधी, हरबल सिंह, निशा राजा, अरुणा राजे ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है।
सर्वस्वीकृति से प्रत्याशी चयन चर्चा का विषय
बड़ामलहरा क्षेत्र में ऐसी चर्चा है कि भाजपा- कांग्रेस से बगावत करके निर्दलीय अथवा विभिन्न दलों से नामांकन दाखिल करने वाले स्थानीय प्रत्याशी जल्दी ही बैठक करने वाले हैं। इनके बीच सर्वसम्मति से एक प्रत्याशी का चयन होगा और शेष नामांकन वापिस करेंगे। इसके बाद वे सभी एकजुट होकर स्थानीय प्रत्याशी के लिए प्रचार करेंगे।
बिजावर में राजेश ने सपा का दामन थामा
जिले की बिजावर विधानसभा में भी बाहरी प्रत्याशियों का तीखा विरोध चल रहा है। नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन शुक्रवार को यहां से केवल एक ही नामांकन भरा गया। यह नामांकन समाजवादी पार्टी से राजेश शुक्ला ने भरा। कांग्रेस नेता राजेश शुक्ला पिछले दो बार से कांग्रेस की ओर से अधिकृत प्रत्याशी बनाए जा रहे थे, इस बार कांग्रेस ने उनका टिकिट काटकर शंकर प्रताप सिंह बुंदेला को यहां से चुनाव मैदान में उतारा है। चूंकि निर्वत्तमान विधायक पुष्पेंद्रनाथ पाठक भी इस विधानसभा क्षेत्र के स्थाई निवासी नहीं है, ऐसे में इस बार बिजावर विधानसभा में स्थानीय प्रत्याशी का मुद्दा प्रमुखता से उठाया जा रहा है। इसी के चलते शुक्रवार को राजेश शुक्ला निवासी बिजावर के नामांकन के दौरान बिजावर के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।
चंदला में पूर्व मंत्री ने की बगावत
चंदला विधानसभा में भाजपा में जमकर बगावत हुई है। यहां वर्ष 2008 से 13 तक विधायक और प्रदेश सरकार में गृह राज्य मंत्री रहे रामदयाल अहिरवार ने पार्टी से बगावत कर दी है। महाराजपुर नगर पालिका अध्यक्ष रामदयाल ने लवकुशनगर पहुंचकर रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष चंदला विधानसभा से निर्दलीय नामांकन दाखिल किया है। इसी प्रकार यहां भाजपा को दूसरा बड़ा झटका उस समय लगा जब चंदला नगर पंचायत अध्यक्ष अनित्या सिंह ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। इन्होंने भी शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया।