रामदेवबाबा कॉलेज ने जारी किया अलर्ट, शाम ढलने के बाद कैंपस में न टहलने की सलाह

रामदेवबाबा कॉलेज ने जारी किया अलर्ट, शाम ढलने के बाद कैंपस में न टहलने की सलाह

Bhaskar Hindi
Update: 2019-12-07 08:04 GMT
रामदेवबाबा कॉलेज ने जारी किया अलर्ट, शाम ढलने के बाद कैंपस में न टहलने की सलाह

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहरी में वन्यजीवों के नजर आने से लोगों में भय का वातावरण बन रहा है। 4 दिसंबर को गिट्टीखदान इलाके में तेंदुआ के नजर आने के बाद इलाके में स्थित रामदेवबाबा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेेंट प्रशासन ने सावधानी बरतते हुए कैपस में अलर्ट जारी किया है। संस्थान के प्राचार्य  की ओर से जारी किए गए नोटिस में शाम ढलने के बाद कैंपस में पैदल नहीं घूमने और किसी संदिग्ध चीज के नजर आने पर तत्काल सुरक्षा अधिकारी को सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं।

काटोल रोड पर गिट्टीखदान के पास स्थित कॉलेज का परिसर लगभग 12 एकड़ में फैला हुआ है और काफी हरा-भरा है। परिसर के पीछे स्थित पुलिस लाइन के पास सुनसान इलाका है। कैंपस से बाहर घने पेड़ भी हैं। ऐसे में तेंदुए के आने से इनकार नहीं किया जा सकता है। यह सावधानी बरतें ।महाराष्ट्र फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की ओर से गिट्टीखदान इलाके में तेंदुआ नजर आने की जानकारी दी गई है। चूंकि कॉलेज प्रशासन परिसर उसी इलाके में है, इसलिए सभी विभाग प्रमुखों, डीन्स, वार्डन से फैकल्टी और छात्र-छात्राओं को सतर्क रहने को कहा गया है।

नोटिस में कहा गया है कि वन्यजीव के नजर आने पर घबराने और दशहत फैलाने के बजाए अथॉरिटी को तत्काल सूचना दें, ताकि वन विभाग को सूचित किया जा सके। इसके साथ ही शाम ढलने के बाद कैंपस में पैदल आना-जाना न करें। हॉस्टल में रहने वाले छात्र इसका विशेष ध्यान रखें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तत्काल सुरक्षा अधिकारी को दें। रात में किसी आपातकाल में बाहर जाने की जरूरत पड़ने पर वाहन का उपयोग करें और अपने साथ टार्च और डंडा रखें।

अनजान थे विद्यार्थी
कॉलेज में पीजी के छात्र स्वप्निल तामरकर ने कहा कि बहुत सारे विद्यार्थी व शिक्षक इलाके में तेंदुआ के नजर आने की घटना से अनजान थे। नोटिस जारी होने के बाद सभी के ध्यान में यह बात आ गई है और अब सब लोग जरूरी एहतियात रखेंगे।  

मिहान में 27 नवंबर को नजर आया बाघ शुक्रवार को हिंगना से आगे मोंढा के पास दिखाई दिया। शाम को एक किसान ने बाघ को देखने का दावा किया है। यह क्षेत्र हिंगना और पांजरी के बीच स्थित है। किसान ने यह जानकारी परिसर में स्थित औद्योगिक इकाई के सुरक्षा गार्ड को दी। हालांकि वन विभाग ने मोंढा में बाघ के नजर आने की कोई सूचना मिलने से इनकार किया है। गुरुवार को यही बाघ खड़का शिवार में लगे वन विभाग के कैमरे में ट्रैप हुआ था। उसके बाद बुटीबोरी वन परिक्षेत्र के राउंड अधिकारी त्रिपाठी ने बाघ के मोंढा की ओर जाने की आशंका जताई थी। अब शुक्रवार को बाघ मोंढा में नजर भी आ गया है। 

बोर या कलमेश्वर की ओर करेगा रुख
पिछले कुछ समय से बाघ की गतिविधियों को देखते हुए वन्यजीव विशेषज्ञों का अनुमान है कि बाघ अब बोर या कलमेश्वर की ओर रुख कर सकता है। 

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