एक साल में 10 चुनावों में हार, BJP की कथनी और करनी में अंतर : गहलोत

एक साल में 10 चुनावों में हार, BJP की कथनी और करनी में अंतर : गहलोत

Bhaskar Hindi
Update: 2018-03-21 11:16 GMT
एक साल में 10 चुनावों में हार, BJP की कथनी और करनी में अंतर : गहलोत

डिजिटल डेस्क डिण्डौरी। भारतीय जनता पार्टी के विकास के मुद्दे हवा में उड़ चुके हैं और जो जनता भाजपा के झांसे में आई थी वह जनता भी केन्द्र व राज्य सरकार की कथनी और करनी को समझ चुकी है । यहीं वजह है कि यूपी और बिहार में जो चुनाव उप चुनाव हुए उनमें 10 स्थानों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है ।
                                       उक्त विचार राजस्थान पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यहां पत्रकारों से चर्चा के दौरान व्यक्त किए। वे यहां प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जो कि नर्मदा परिक्रमा के लिए रुके है से मैत्रिक मुलाकात के लिए पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि आगामी समय में चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है और मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनेगी। वहीं टू जीरो वन नाइन अर्थात 2019 में भाजपा को जाना ही जाना है और सोनिया गांधी ने भी रूपष्ट कहा है कि एनडीए की सरकार को अब नहीं आने देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जनता से 2014 के दौरान जो वादे किए थे वे झूठे निकले। जहां विकास, बेरोजगारी, तथा ब्लेकमनी को लेकर जनता को झांसा दिया गया था, उसका असर गुजरात चुनाव में नजर आया है जहां भाजपा 99 के आंकड़े पर सिमट गई। हाल ही में यूपी और बिहार के चुनाव में भी उसे हार का सामना करना पड़ा है।
युवाओं के लिए खुला है मंच
श्री गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने निर्णय लिया है कि वे वही करेंगे जो इंदिरा गांधी ने किया था। यूथ कांग्रेस में नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने के प्रयास, घृणा, नफरत व  हिंसा की राजनीति की जगह प्यार, आपसी भाई चारा की राजनीति को बढ़ावा देंगे। साथ ही उन्होंने युवाओं के लिए स्पष्ट तौर पर कहा कि कांग्रेस का मंच युवाओं के लिए खुला है।  इस दौरान उन्होंने कहा कि वर्तमान में सिर्फ एक ही मामला है और वह दिग्विजय सिंह की परिक्रमा का जो अब समापन की कगार पर पहुंच चुकी है और पूरी परिक्रमा यात्रा के दौरान जनता का अभूतपूर्व सहयोग मिला है और लोग संगठित भी हुए हैं।

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