Rajasthan Politics: पायलट ने कहा- गहलोत के आरोप बेबुनियाद, मेरी छवि खराब करने की कोशिश की
Rajasthan Politics: पायलट ने कहा- गहलोत के आरोप बेबुनियाद, मेरी छवि खराब करने की कोशिश की
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान में सियासी उठापटक के बीच सचिव पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक-दूसरे के खिलाफ हर मंच पर मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस से नाराज चल रहे सचिन पायलट ने गहलोत के नकारा-निकम्मा बयान पर जवाब देते हुए कहा कि मेरी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। आरोपों से दुखी हूं, लेकिन हैरान नहीं। आरोप लगाने वाले विधायकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा।
पायलट ने कहा कि मुझे यकीन है कि मेरी छवि पर इस तरह के और भी संगीन आरोप लगाए जाएंगे, लेकिन मैं अपने विश्वास में दृढ़ रहूंगा।
बता दें कि इससे पहले आज (सोमवार, 20 जुलाई) अशोक गहलोत ने कहा था कि सचिन पायलट धोखेबाज हैं, उन्होंने कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है, उन्हें काफी कम उम्र में बहुत कुछ मिल गया था। गहलोत ने कहा, "एक छोटी खबर भी नहीं पढ़ी होगी किसी ने कि पायलट साहब को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटाना चाहिए। हम जानते थे कि वो (सचिन पायलट) निकम्मा है, नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है खाली लोगों को लड़वा रहा है।"
सचिन निकम्मे थे, नाराज थे: गहलोत
सीएम गहलोत ने कहा कि हमने कभी सचिन पायलट पर सवाल नहीं किया, सात साल के अंदर एक राजस्थान ही ऐसा राज्य है, जहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की मांग नहीं की गई। हम जानते थे कि वो निकम्मे थे, नाकारा थे लेकिन मैं यहां बैंगन बेचने नहीं आया हूं, मुख्यमंत्री बनकर आया हूं। हम नहीं चाहते हैं कि उनके खिलाफ कोई कुछ बोले, सभी ने उनको सम्मान दिया है। गहलोत ने उपमुख्यमंत्री पायलट पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, ये जो खेल अभी हुआ है, वो दस मार्च को होना था। 10 मार्च को मानेसर गाड़ी रवाना हुई थी, लेकिन तब हमने उस मामले को सभी के सामने लाए।
बीजेपी की ओर से की जा रही फंडिंग
गहलोत ने कहा कि वो कांग्रेस का अध्यक्ष बनना चाहते थे, बड़े-बड़े कॉरपोरेट उनकी फंडिंग कर रहे हैं। बीजेपी की ओर से फंडिंग की जा रही है, लेकिन हमने सारी साजिश फेल कर दी। आज देश में गुंडागर्दी हो रही है, मनमर्जी के हिसाब से छापे मारे जा रहे हैं। मुझे दो दिन पहले ही पता लग गया था कि मेरे करीबियों के छापे पड़ेंगे। अशोक गहलोत ने दावा किया कि आज सचिन पायलट के समर्थन में जितने वकील केस लड़ रहे हैं, सभी महंगी फीस वाले हैं तो उनका पैसा कहां से आ रहा है। क्या सचिन पायलट सभी पैसा दे रहे हैं?
"हम जानते थे कि वो (सचिन पायलट) निकम्मा है, नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है खाली लोगों को लड़वा रहा है... मैं यहां बैंगन बेचने नहीं आया हूं, मैं यहां कोई सब्जी बेचने नहीं आया हूं। मैं मुख्यमंत्री बनने आया हूं": राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत pic.twitter.com/AgkY67gVf1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 20, 2020