झारखंड के कई जिलों में आफत की बारिश, हादसों में चार की मौत, जमशेदपुर में बाढ़ जैसे हालात
बारिश का कहर झारखंड के कई जिलों में आफत की बारिश, हादसों में चार की मौत, जमशेदपुर में बाढ़ जैसे हालात
डिजिटल डेस्क, रांची। झारखंड के आधा दर्जन जिलों में 30 से लेकर 48 घंटों से हो रही लगातार भारी बारिश के चलते जबर्दस्त बर्बादी और आफत का आलम बन गया है। बारिश के दौरान अलग-अलग हादसों में अब तक चार लोगों की मौत हो गयी है। जमशेदपुर, रांची, पश्चिमी सिंहभूम, रामगढ़ और हजारीबाग में कम से कम डेढ़ सौ पेड़ धराशायी हो गये हैं। रांची स्थित बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से विमानों का परिचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
शनिवार को मात्र एक फ्लाइट की लैंडिंग हो पायी। इंडिगो ने रांची एयरपोर्ट से शनिवार की अपनी सभी आठ उड़ानें रद्द कर दी है। इनमें मुंबई, अहमदाबाद, पटना, दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु एवं पुणे की फ्लाइट शामिल है। बारिश का सबसे ज्यादा प्रतिकूल असर बिजली आपूर्ति पर पड़ा है। रांची और जमशेदुपर में तीस से भी ज्यादा जगहों पर 11 हजार वोल्ट के बिजली तार टूट गये हैं। इन दोनों शहरों के कई इलाकों में 18-20 घंटे से बिजली आपूर्ति ठप है।
रामगढ़ जिले के पतरातू में नलकारी पुल पर पानी के तेज बहाव में आधा दर्जन लोगों के बह जाने की खबर है। इनमें से दो लोगों के शव बरामद किये गये हैं। एक कार और दो बाइक भी बह गयी। यहां पुलिस-प्रशासन राहत अभियान में जुटा है। तेज बहाव में कितने लोग बहे हैं, इसके बारे में आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गयी है। उधर पश्चिमी सिंहभूम जिले के सदर चाईबासा अंचल क्षेत्र के गुटुसाई में बारिश की वजह से एक कच्चा मकान गिर जाने से काली लोहारी नामक एक महिला की मौत हो गयी। यह घटना शनिवार सुबह की है।
जमशेदपुर में पिछले 48 घंटे से हो रही बारिश की वजह से स्वर्णरेखा और खरकई नदी के तटीय इलाके में बाढ़ जैसे हालात हैं। कदमा के तटीय इलाके में नाले का पानी घरों में घुस गया है। लोग घर छोड़ने को मजबूर हो गये हैं। सूचना के बाद उपायुक्त विजय जाधव प्रभावित इलाके में पहुंची और प्रभावित लोगों को नजदीकी सामुदायिक भवन में शिफ्ट किया जा रहा है।
शहर के जुगसलाई एवं बागबेड़ा क्षेत्र के भी सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है। लोग अपने घरों को खाली कर सुरक्षित स्थानों की तरह जा रहे हैं। खरकई नदी खतरे निशान से ऊपर बह रही है वहीं स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर दोपहर एक बजे 120.30 मीटर है जबकि डेंजर लेवल 121.50 है। बताया जा रहा है कि ओडिशा के व्यांगविल डैम का फाटक खोले जाने की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है।
मौसम विज्ञान केंद्र रांची ने और पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और सरायकेला खरसावां, मध्य यानी रांची, रामगढ़, गुमला, हजारीबाग, खूंटी व बोकारो के साथ साथ उत्तरी हिस्से यानी देवघर, दुमका, जामताड़ा, धनबाद, गिरिडीह, गोड्डा, पाकुड़ व साहेबगंज के कुछ हिस्सों में तेज वर्षा को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने कहा कि बंगाल की खाड़ी समेत बांग्लादेश और म्यांमार में लो प्रेशर जोन तैयार हुआ है, जिसकी वजह से लगातार बारिश हो रही है।
(आईएएनएस)
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