रेलवे की कार्यालय अधिकारी ‘मी- टू’ की शिकार!

कार्रवाई की मांग रेलवे की कार्यालय अधिकारी ‘मी- टू’ की शिकार!

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-12 09:58 GMT
रेलवे की कार्यालय अधिकारी ‘मी- टू’ की शिकार!

डिजिटल डेस्क,नागपुर। दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे की मुख्य कार्यालय की वरिष्ठ महिला अधिकारी द्वारा वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक व सहायक मंडल वाणिज्य प्रबंधक पर शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाने से रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया है। पीड़िता ने दोनों अधिकारियों पर गाली-गलौज करने, अपमानित करने, अकारण बार-बार अपने केबिन में बुलाकर कार्यालयीन दस्तावेज फर्श पर बिखेरकर उन्हें उठाने के लिए कहने, हाथ की कोहनी से शरीर का स्पर्श करने, पास बुलाकर शरीर को छूने का प्रयास करने, बाल पकड़ने आदि गंभीर आरोप लगाए हैं। चौंकानेवाली बात यह है कि, पीड़िता की शिकायत के बावजूद पुलिस विभाग द्वारा अबतक आरोपियों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध नहीं किया गया है।

पीड़ित महिला के यह हैं आरोप
पीड़िता का आरोप है कि, विगत लगभग 1 वर्ष से वह वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विकासकुमार कश्यप व 5 माह  से सहायक मंडल वाणिज्य प्रबंधक अविनाश कुमार आनंद की प्रताड़ना का शिकार हो रही है। उन्होंने 14 सितंबर 2021 को दपूम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कुमार से उनके कार्यालय में भेंट कर लिखित शिकायत की थी। महिला ने आरोप लगाया कि, महाप्रबंधक ने यह कहकर मामले से पल्ला झाड़ लिया कि, घर का मामला घर में ही निपटा लिया जाए। बाहर इसका प्रचार न करने की उन्होंने हिदायत भी दी। उपरांत  19 सितंबर 2021 काे पीड़िता ने सीताबर्डी विभाग की सहायक पुलिस आयुक्त तृप्ति जाधव से भेंटकर आपबीती सुनाई तथा लिखित शिकायत में आरोपियों के खिलाफ भादंवि की धारा 354, 354अ, 294, 509, 34 व अनुसूचित जाति-जनजाति उत्पीड़न प्रतिबंधक कानून के तहत प्रकरण पंजीबद्ध करने की मांग की है।

गाली-गलौज कर अपमानित किया
पुलिस को लिखे पत्र में अधिकारी ने बताया कि, वह विधवा है तथा वर्ष 2016 में उनके पति का निधन हो गया था। पति के निधन के पश्चात व दिमागी बुखार से पीड़ित हो गई। वह विगत 36 वर्षों से दपूम रेलवे में सेवारत है। 15 जून 2021 को  आरोपी विकासकुमार कश्यप ने उन्हें अपने कैबिन में तलब किया तथा मीटिंग आयोजन को लेकर जमकर लताड़ लगाई। विकासकुमार ने जातिसूचक गंदी-गंदी गालियां देते हुए कर्मचारियों के समक्ष अपमानित करने का प्रयास किया तथा केबिन में  कार्यालय दस्तावेज फर्श पर बिखेरकर उठाने के निर्देश दिए।

इस दौरान आरोपी ने उनके शरीर को स्पर्श करने का भी प्रयास किया। इस घटना की शिकायत उन्होंने दपूम रेलवे महाप्रबंधक से की है।  उन्होंने बताया कि, आरोपी अविनाशकुमार आनंद इसी तरह विगत 5 माह  से उसे शारीरिक व मानसिक रुप से प्रताड़ित कर रहे हैं। 45 वर्षीय आनंदकुमार ने भी अनेक मर्तबा केबिन में बुलाकर उनके साथ दुर्व्यवहार किया तथा शारीरिक रुप से प्रताड़ित किया है। उन्होंने बताया कि, 30 अगस्त 2021 को जब वह एलेक्सिस अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती थी, अविनाश आनंद ने फोन पर उनके साथ गाली-गलौज कर अपमानित किया।

आरोप बेबुनियाद है
महिला अधिकारी द्वारा लगाए गए आरोपों की विभागीय स्तर पर जांच शुरू है। जांच में मैं हर प्रकार से सहयोग कर रहा हूं। मुझ पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। -विकासकुमार कश्यप, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक दपूम रेलवे

षड़यंत्र रचा गया 
मुझे नागपुर में पदस्थ हुए केवल 5 माह हुए हैं। समझ में नहीं आ रहा मुझे इस मामले से क्यों जोड़ा जा रहा है। फोन पर महिला से हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग मैंने संबंधित अधिकारियों को भेज दी है। मैं निर्दोष हूं। कदाचित यह प्रकरण किसी षड़यंत्र का हिस्सा है।
-अविनाशकुमार आनंद, सहायक मंडल वाणिज्य प्रबंधक, दपूम रेलवे

यह मामला मेरे पास आया था, लेकिन सदर थाना क्षेत्र होने की वजह से हमने किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की और मामला सदर थाने के सुपुर्द कर दिया गया है। -तृप्ति जाधव, एसीपी, सीताबर्डी विभाग

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