रायगढ़ : स्कूली बच्चों को 15 दिनों के भीतर पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध करावें- कलेक्टर श्री भीम सिंह
रायगढ़ : स्कूली बच्चों को 15 दिनों के भीतर पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध करावें- कलेक्टर श्री भीम सिंह
डिजिटल डेस्क, रायगढ़ - जिले के शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा की रायगढ़, 23 जुलाई2020 कलेक्टर श्री भीम सिंह ने आज कलेक्टोरेट के सृजन सभाकक्ष में शिक्षा विभाग के जिला मुख्यालय के अधिकारियों तथा सभी बी.ई.ओ.,बी.आर.सी. तथा 50 प्रतिशत से कम परिणाम आने वाले स्कूलो के प्राचार्यो की बैठक लेकर वर्तमान समय में शिक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बदली हुये परिस्थितियों में पढ़ाई का तरीका भी बदलना होगा। शिक्षक पिछले 4-5 माह से स्कूल के बच्चों से दूर है, अब शिक्षकों को बच्चों के घर-घर जाकर उनसे संपर्क करें और उनके पालकों को भी समझायें कि कक्षायें आन लाईन चल रही है अत: कक्षा के समय पालक अपने मोबाईल फोन बच्चों को उपलब्ध करावें ताकि बच्चा आन लाइन कक्षा अटेण्ड कर सके। इससे शिक्षकों और बालकों के बीच संवाद बढ़ेगा। शिक्षक की जिम्मेदारी बहुत ही मानवीय और संवेदनशील होती है, प्रत्येक शिक्षक को इस जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी निष्ठा से करना चाहिए। कलेक्टर श्री भीम सिंह ने कहा कि आन लाइन कक्षाओं के लिये 55 हजार बच्चों या उनके पालकों के पास स्मार्ट फोन उपलब्ध है और इन्टरनेट कनेक्टिविटी की सुविधा भी है इसलिये अधिक से अधिक बच्चों को आन लाइन क्लास अटेण्ड करने के लिये प्रेरित करे और जिन स्कूलों में कुछ विषयों के शिक्षक उपलब्ध नहीं हैं ऐसी स्थिति में नजदीकी स्कूलों के योग्य शिक्षकों की क्लास से कनेक्ट कर बच्चों की पढ़ाई जारी रखें। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय बच्चों की शिक्षा के लिये चेलेजिंग (चुनौती भरा) समय है शिक्षक को यह सोचना है कि कैसे हम अपने स्कूल के बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध करावें। एक शिक्षक यदि मन लगाकर अपनी पूरी क्षमता से कमजोर बच्चे को अच्छी शिक्षा प्रदान कर उसे कक्षा में सबसे योग्य बना सकता है, कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले के सभी प्राचार्य और शिक्षक सप्ताह में 1-1 दिन बच्चों के घर जाकर निरंतर संपर्क करते रहें तथा अॅान लाईन शिक्षा की तकनीकी खामियों को दूर कर उन्हें ऑन लाइन क्लास से जोड़े और विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी अपने क्षेत्र के स्कूलों की सतत मानिटरिंग करतें रहें। शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी प्राचार्य और शिक्षक यह सुनिश्चित करें कि कोई भी बच्चा शिक्षा पाने से वंचित नहीं रहे। उन्होंने ऑन लाईन कक्षा से जुडऩे वाले छात्रों की प्रतिदिन की संख्यात्मक वृद्धि की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री भीम सिंह ने कहा कि शहरी क्षेत्र में स्थानीय चैनल के माध्यम से भी 4 से 6 के बीच शिक्षा का क्लास चलाया जा रहा है इसलिये शहरी क्षेत्र के स्कूल शिक्षक अपने बच्चों के घरो में जाकर अथवा मोबाईल फोन के माध्यम से उनके पालकों को बतावें कि टी.व्ही. के माध्यम से 4 बजे से बच्चों की क्लास चलने वाली है ताकि बच्चे कक्षा अटेण्ड करे। उन्होंने जिले के 28 प्रतिशत से कम उत्तीर्ण होने वाले बच्चों के स्कूलों के प्राचार्यों से बात कर परीक्षा में कम उत्तीर्ण होने के कारणों की जानकारी लेते हुये उन्हें चेतावनी देते हुये कहा कि रायगढ़ जिले की गणना प्रदेश के अग्रणी जिलों में होती है लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में रायगढ़ जिला प्रदेश के सुदूरवर्ती और पिछड़े जिलों से भी पीछे है। कलेक्टर श्री सिंह ने ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों स्कूल छोडऩे तथा 10 वीं की परीक्षा में सम्मिलित नहीं होने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षक अपने माता-पिता और पालकों को समझायें कि वर्तमान समय में शिक्षा कितना महत्वपूर्ण है। बच्चे को नियमित स्कूल कक्षा में सम्मिलित होना है। उन्होंने कहा कि प्रशासन शिक्षकों की कमी पूरा करेगा परन्तु शिक्षकों की नैतिक जिम्मेदारी है कि शिक्षा के स्तर में सुधार हो और परिणाम अच्छा आये। कलेक्टर श्री सिंह ने प्रत्येक विकासखण्ड में वर्तमान में संचालित क्वारेंटिन सेंटर की जानकारी प्राप्त करते हुये कहा कि आगामी कुछ दिनों में स्कूलों में संचालित सभी क्वारेंटिन सेंटर रिक्त हो जायेंगे। इन्हें पूरी तरह सेनेटाइज और परिसर की साफ-सफाई सुनिश्चित करने के बाद ही उपयोग में लावे। उन्होंने 15 दिनों के भीतर पहली कक्षा से दसवीं कक्षा के बच्चों को पाठ्य पुस्तक घर-घर पहुंचा कर देने के निर्देश दिये और कहा कि शिक्षक जब बच्चों के घर-घर संपर्क करने जायेंगे तो पुस्तके भी वितरित करेंगे। इस कार्य में ग्राम सचिव तथा गॉंव के सरपंच का सहयोग लिया जा सकता है। इससे जब तक स्कूल नहीं प्रारंभ होते है तब तक पुस्तकों के माध्यम से ही बच्चे पढ़ाई कर सकते हैं। कलेक्टर श्री सिंह ने ऐसे स्कूलों की वास्तविक जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये जिनमें अब तक बिजली कनेक्शन नहीं है। इन %B