क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में CM शिवराज ने कहा- मप्र में 1 जून से अनलॉक करने की प्रक्रिया शुरु होगी

क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में CM शिवराज ने कहा- मप्र में 1 जून से अनलॉक करने की प्रक्रिया शुरु होगी

Bhaskar Hindi
Update: 2021-05-19 13:26 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश में 1 जून से जिलों को अनलॉक करने की प्रक्रिया शुरु होगी। बुधवार को उज्जैन पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में ये संकेत दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें जून से सारी चीजें खोलनी हैं। कोरोना संक्रमण को रोकने के व्यवहार का पालन जनता को करना पड़ेगा। सभी संकल्प करें कि 31 मई तक कोई ढिलाई नहीं। आज से 11 दिन हैं, अगर हम जी जान से जुट गये तो कोरोना को पूरी तरह खत्म कर के छोड़ेंगे।सीएम ने कहा कि ओवर कॉन्फिडेंस में नहीं रहना है। कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। 

सीएम शिवराज ने कहा कि जनता ने सहयोग दिया इसलिये आज हम कोरोना को नियंत्रित करने की स्थिति में हैं। हमें गांवो में वार्डों में कोरोना पेशेंट जीरो करना है। सीएम ने कहा, किल कोरोना अभियान चलता रहेगा, यह इसलिये है कि घरघर जाकर लोगों की जांच कर हम उनका इलाज कर सकें, उन्हें दवाई दे सकें। इसे हमें लगातार करना पड़ेगा ताकि कोरोना न बढ़े। उन्होंने कहा, सघन टेस्टिंग करना है, टेस्ट निरंतर होते रहें। कल हमने 73 हजार टेस्ट किये। इससे हम संक्रमितों को ढूंढकर संक्रमण की चेन तोड़ पाएंगे। जिले में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप यह तय करे कि कितने बेड वो बढ़ा सकते हैं। संसाधन की व्यवस्था हम करेंगे।

सीएम शिवराज ने कहा कि तीसरी लहर की तैयारी अभी से करनी है। हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर जी जान से ध्यान देना है। स्टाफ की कमी को लेकर सीएम ने कहा, डॉक्टर्स और सिस्टर्स की भर्ती लगातार की जा रही। उन्हें क्राइसिस मैनेजमेंट के सदस्यों से कहा कि वह पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती करें। उन्होंने कहा कि पैसों की चिंता मत करो। वहीं उन्होंने कहा कि सीटी स्कैन सहित जितनी आवश्यक चीजें हैं उन्हें लाने की कोशिश कर रहे हैं। सीएम ने क्राइसिस मैनेजमेंट के सदस्यों से ये भी कहा कि वे कितने बेड बढ़ा सकते हैं उसकी प्लानिंग करे ताकि भविष्य में परेशानी का सामना ना करना पड़े।

ब्लैक फंगस को लेकर सीएम शिवराज ने कहा, इसके उपचार के लिए राज्य शासन द्वारा कई ठोस कदम उठाए गए हैं और उपचार व्यवस्थाओं के लिए एक डेडिकेटेड टॉस्क फोर्स का गठन किया गया है। उन्होंने कहा, वर्तमान में प्रदेश में 573 के आसपास ब्लैक फंगस के मरीज हैं। इसके इलाज के लिए इंजेक्शन इंपोर्ट किए जा रहे हैं। जैसे ही ये आते हैं उन्हें जिलों में वितरित किया जाएगा।

कोरोना से ठीक होने के बाद खून के थक्के जमने को लेकर सीएम ने कहा कि जो लोग घर लौटकर जा रहे हैं उन्हें बताए की क्या सावधानी सखनी है। उन्हें बताए कि किसी भी तरह की परेशानी होने पर पोस्ट कोविड सेंटर पर आए। सीएम ने कहा, ब्लैक फंगस को नाक में ही खत्म कर दे ये इंतजाम हमें करना पड़ेगा। वहीं उन्होंने कहा कि अगर कोई काली बाजारी करे तो जिला प्रशासन उसे छोड़े नहीं। ऐसे लोग नर पिशाच है। ऐसे बईमानों को एनएसए में जेल भेज दो। ये मेरे निर्देश है। अगर पालन नहीं हुआ तो कड़ी कार्रवाई होगी।

Tags:    

Similar News