प्रेस कांफ्रेंस में बोले चिराग पासवान- परिवार की बात बंद कमरे हो सकती थी, लेकिन अब लड़ाई लंबी चलेगी
प्रेस कांफ्रेंस में बोले चिराग पासवान- परिवार की बात बंद कमरे हो सकती थी, लेकिन अब लड़ाई लंबी चलेगी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने चाचा पशुपति कुमार पारस के साथ जारी विवाद के बीच आज (बुधवार) प्रेस कांफ्रेंस में अपना रुख सभी के सामने रखा। चिराग ने कहा, LJP को पहले भी तोड़ने की कोशिश की जा चुकी है। मैं चाहता था कि परिवार की बात बंद कमरे में निपट जाए, लेकिन अब ये लड़ाई लंबी चलेगी और कानूनी तरीके से लड़ी जाएगी। मैंने चाचा से बात करने की कोशिश की थी। लेकिन, मुझे कोई जवाब नहीं मिला। मैंने पार्टी और परिवार को हमेशा एकजुट रखने का प्रयास किया। चाचा एक बार बोलते तो उन्हें संसदीय दल का नेता बना देता।
चिराग पासवान ने कहा, चाचा को गलत तरीके से नेता चुना गया है। लोक जनशक्ति पार्टी का संविधान कहता है कि अध्यक्ष को ऐसे नहीं हटाया जा सकता है। उन्हें नीतीश कुमार की पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा, जेडीयू बांटने का काम कर रही है। भविष्य में कानूनी लड़ाई लड़नी होगी। LJP मजबूती से इस लड़ाई को लड़ेगी। पापा की सोच के साथ LJP मजबूती से आगे बढ़ेगी। चिराग ने कहा, बीते कुछ समय से मेरी तबीयत खराब थी, इसलिए मैं पिछले कुछ दिनों से बाहर नहीं आ पाया। सिर्फ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस से सबकुछ नहीं निपटेगा, ये लड़ाई लंबी है। चिराग ने कहा, जब मैं बीमारी था तब मेरी पीठ पीछे पार्टी को तोड़ने की साजिश रची जा रही थी।
प्रेस कांफ्रेंस में चिराग पासवान ने कहा, मुझे नीतीश कुमार की नीति पर भरोसा नहीं था, इसलिए मैंने किसी के सामने नहीं झुकने का फैसला किया। लोजपा के कार्यकर्ता अपने पथ पर रहकर संघर्ष कर रहे थे। लेकिन, चाचा ने अपना अलग रास्ता चुना। मेरे चाचा पशुपति पारस ने बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार में कोई भूमिका नहीं निभाई। चिराग ने कहा कि मैं रामविलास पासवान का बेटा हूं, मैं शेर का बेटा हूं.. ना मैं पहले डरा हूं और ना ही आगे डरूंगा। बिहार की जनता हमारे साथ है, जनता दल यूनाइटेड की तरफ से बांटने की कोशिश की जा रही है। इन्होंने पहले भी दलितों को बांटने की कोशिश की है।