आतंकी हमले के बाद शक्तिशाली आईईडी बरामद
मणिपुर आतंकी हमले के बाद शक्तिशाली आईईडी बरामद
डिजिटल डेस्क, इंफाल। एक घातक आतंकी हमले में असम राइफल्स के एक कर्नल सहित सात लोगों की मौत के बाद सुरक्षा बलों ने मणिपुर में तीन स्थानों से शक्तिशाली आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बरामद किया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि आईईडी एक मोबाइल फोन हैंडसेट और डिजिटल घड़ी से जुड़ा हुआ था। पुलिस ने कहा कि सोमवार को इंफाल पूर्वी जिले के खोंगमैन में अरीबाम शशिकुमार शर्मा नामक व्यक्ति के घर के गेट के पास काले पॉलीथिन में लिपटा एक शक्तिशाली आईईडी मिला था।
बम और डॉग स्क्वायड को इलाके में भेजा गया और एक टिफिन बॉक्स के साथ दो 9-वोल्ट बैटरी से जुड़ी एक डिजिटल घड़ी के साथ लगे आईईडी को डिफ्यूज किया गया। टिफिन कंटेनर के अंदर एक विशेष डेटोनेटर, जिलेटिन (500 ग्राम) और स्प्लिंटर्स पाए गए। रविवार को, मोबाइल फोन हैंडसेट के साथ जुड़ा हुआ एक और शक्तिशाली आईईडी पाया गया था और पुलिस ने विधायक एल. शुसिंद्रो सिंह के आवास के पास से इसे बरामद किया था। यह इंफाल के इसी पूर्वी जिले के पोरोमपत पुलिस स्टेशन के खुरई चिंगंगबाम लीकाई में पाया गया था, जहां से इस संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
रविवार को एक अन्य घटना में, पुलिस ने काकचिंग जिले के हियांग्लाम थाना अंतर्गत यांगबी प्राथमिक विद्यालय के पास सड़क किनारे से हाथ से बने 20 क्रूड बमों से भरा एक बैग बरामद किया था। शनिवार को, असम राइफल्स ने मणिपुर पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में काकचिंग जिले के वबागई यानबी हाई स्कूल के पास एक जूट बैग में छिपा हुआ 20 एम-79 ग्रेनेड बरामद किया, जिसे लाथोड भी कहा जाता है। अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि बरामद गोला-बारूद को बम निरोधक दस्ते ने नष्ट कर दिया है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) और मणिपुर नागा पीपुल्स फ्रंट (एमएनपीएफ) के चरमपंथियों ने म्यांमार से लगे चुराचांदपुर जिले में असम राइफल्स के एक काफिले पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें कर्नल विप्लव त्रिपाठी सहित अर्धसैनिक बल के पांच जवान शहीद हो गए थे।
आतंकवादी हमले में त्रिपाठी की पत्नी और उनका नौ साल का बेटा भी मारा गया। पहली बार पूर्वोत्तर में चरमपंथियों ने किसी सुरक्षा अधिकारी के परिवार के सदस्यों की हत्या की है। सेना, असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस कमांडो के संयुक्त बल ने आतंकवादियों को पकड़ने के लिए सोमवार को अपना अभियान जारी रखा। यह घटना सेखेन गांव के पास हुई, जब आतंकवादियों ने पहले आईईडी में विस्फोट किया और फिर 46 बटालियन असम राइफल्स के काफिले पर गोलीबारी की। हमला उस समय हुआ, जब कर्नल त्रिपाठी अपने परिवार के सदस्यों के साथ चुराचांदपुर में एक नागरिक कार्रवाई कार्यक्रम की निगरानी करने जा रहे थे। पुलिस और खुफिया अधिकारियों को संदेह है कि हमलावर म्यांमार से आए थे और हमले के बाद वापस सीमा पार चले गए।
(आईएएनएस)