पोंभुर्णा के धनंजय की फिल्म दिखेगी बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में
वर्ल्ड प्रीमियर से गांव में हर्ष पोंभुर्णा के धनंजय की फिल्म दिखेगी बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में
डिजिटल डेस्क, पोंभुर्णा(चंद्रपुर)। 95 प्रतिशत विदर्भ के कलाकारों को साथ लेकर माओवादियों के जंगलों में शूट की गई छत्रपाल निनावे की स्लो-बर्न थ्रिलर फिल्म ‘घात’ सिनेमा 73वें बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में वर्ल्ड प्रीमियर होने जा रहा है। भारत से भेजी गई घात सिनेमा में पोंभुर्णा के कलाकार धनंजय सुधाकर मांडवकर मुख्य भूमिका में हैं। यह सम्मान धनंजय के कारण पोंभुर्णा जैसे छोटे से गांव को मिलने से तहसील में में खुशी का माहौल है।
घात एक ऐसी फिल्म है जो मुख्य रूप से गड़चिरोली जिले के नक्सलवाद प्रसार क्षेत्र में आदिवासियों के जीवन, कला कौशल और आदिवासियों की संस्कृति को दिखाती है। गड़चिरोली में समस्याएं, आदिवासियों के मुद्दे, नक्सलवाद क्षेत्र में पुलिस का नागरिकों के साथ संबंध तथा सदृश्य घटना पर आधारित है। इस सीनेमा में विदर्भ से 95 प्रतिशत कलाकारों को लेकर बनाया गया है। विश्व प्रीमियर यहां होने वाला है। दुनिया का प्रमुख फिल्म फेस्टिवल बर्लिन फिल्म फेस्टिवल 16 से 26 फरवरी तक चलेगा।
एमएफए की डिग्री की हासिल
पोंभुर्णा के प्राथमिक विद्यालय से अशोक बसनवार गुरुजी के नेतृत्व में जिले के सांस्कृतिक कार्यक्रम में धनंजय ने मंच पर चौथीं कक्षा में कदम रखा और उनमें अभिनय कला पनपनी लगी। बाद में चंद्रपुर, नागपुर, धनंजय की यात्रा शुरू हुई। मास्टर ऑफ फाइन आर्ट्स के विभाग में नाटक में अपनी मास्टर डिग्री प्राप्त की। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, दिल्ली से एक विशेष कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त किया। 2016 में, धनंजय ने फिल्म के प्यार के लिए यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान, मुंबई की नौकरी छोड़ दी और फिल्म उद्योग में एक नई राह पर कदम रखा। वास्तव में, उनका संघर्ष 2002 से शुरू हुआ। आज, उन्होंने कई बाधाओं को पार कर 2023 में सफलता अर्जित की। पोंभुर्णा जैसे ग्रामीण क्षेत्र में एक किसान और शिक्षक परिवार में पले-बढ़े धनंजय का बर्लिन फिल्म महोत्सव में घात के माध्यम से विश्व प्रीमियर होगा। धनंजय एक उत्कृष्ट लेखक, कवि और आलोचक हैं।