चंद्रपुर में बढ़ा पोल्यूशन, 176 हुई एक्यूआई
चिंता चंद्रपुर में बढ़ा पोल्यूशन, 176 हुई एक्यूआई
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। वर्तमान में चंद्रपुर जिले की एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। इसकी वजह से औद्योगिक नगरी निवासियों के स्वास्थ्य का खतरा बढ़ा है। चंद्रपुर शहर में महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण विभाग (एमपीसीबी) है, लेकिन वह वर्तमान समय में पूरी तरह से फेल है। इसलिए उचित कदम उठाकर नागरिकों को राहत देने की मांग हो रही है।
चंद्रपुर जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स औसतन 70 से 80 होना चाहिए, लेकिन पिछले कुछ दिनों से यह बढ़कर 176 से अधिक हो गया है। यह स्वयं महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने बताया है, जो नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। प्रदूषण के गंभीर परिणाम नागरिकों के स्वास्थ्य पर दिखाई दे रहे हैं। अति प्रदूषण की वजह से सांस की बीमारी, दमा, कैंसर, त्वचा राेग के मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स इतना खतरनाक है तो चंद्रपुर सुपर थर्मल पावर स्टेशन, कोल वाशरी, वेकोलि, जिले के विश्व स्तरीय सीमेंट कंपनी परिसर की रिहायशी बस्ती की क्या हालत होगी। इसका आंकड़ा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पास उपलब्ध नहीं है।
सबसे पहले चंद्रपुर जिले के मुख्य प्रदूषण केंद्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मापने की मशीन स्थापित करें, फिर उस क्षेत्र में वायु प्रदूषण का स्तर क्या है? यह बात संबंधित विभाग को पता होगी, लेकिन ऐसा न करते हुए प्रदूषण नियंत्रण विभाग महज मूकदर्शक की भूमिका निभा रहा है और नागरिकों को प्रदूषण के दलदल में ढकेल रहा है। आने वाले 15 दिनों में प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने ठोस उपाय योजना नहीं की तो शिवसेना ठाकरे गुट की ओर से उनके कार्यालय के सामने तीव्र आंदोलन की चेतावनी जिला प्रमुख संदीप गिरहे ने दी है। निवेदन सौंपने वालों में उपजिला प्रमुख सिक्की यादव, शालिक फाले, बबन उरकुडे विधानसभा प्रमुख, युवा सेना जिला प्रमुख विक्रांत सहारे, शहर प्रमुख सुरेश पचारे, आशीष कावटवार, संतोष नरुले, प्रशांत गट्टूवार आदि ने दी है।