भाजपा की हुंकार रैली पर बढ़ सकती है सियासी तकरार
रायपुर भाजपा की हुंकार रैली पर बढ़ सकती है सियासी तकरार
डिजिटल डेस्क, रायपुर। आगामी 11 नवंबर को भाजपा महिला मोर्चा की बिलासपुर में प्रस्तावित ‘महतारी हुंकार रैली’ को लेकर सियासी तकरार बढऩे के संकेत मिलने लगे हैं। 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ माहौल बनाने की रणनीति के तहत भाजपा ने इस हुंकार रैली में एक लाख से अधिक महिलाओं को शामिल करने गांव-गांव अपनी टीम सक्रिय कर दी है। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव समेत भाजपा नेता मैदानी स्तर पर जाकर रैली में महिलाओं को लाने के लिए संगठन पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को टारगेट दे रहे हैं। यही नहींं आयोजन वृह्द और प्रभावशाली बनाने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के साथ भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वनाती श्रीनिवासन को बिलासपुर लाने की तैयारी है। दोनों रैली की अगुआई करने के साथ-साथ तथा प्रदेश सरकार के खिलाफ हल्लाबोल के लिए कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करेंगी। इधर इस आयोजन को रोकने के प्रशासनिक स्तर पर प्रयास शुरू हो गए हैं। बिलासपुर जिला प्रशासन ने भाजपा के इस विरोध प्रदर्शन और रैली की राह में अनुमति का रोड़ा खड़ा कर दिया है। कलेक्टर सौरभ कुमार ने कहा है कि भाजपा को रैली और प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई है।
तीन सप्ताह पहले से एक्टिव है प्रशासन
भाजपा द्वारा पिछले महीने इस रैली की घोषणा किए जाते ही बिलासपुर जिला प्रशासन एक्टिव हो गया था। 14 अक्टूबर को जिला प्रशासन ने एक आदेश जारी कर शहर के भीतर रैली निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया है। आदेश में शहर के भीतर किसी भी तरह से धार्मिक, सामाजिक और राजनैतिक रैली को अनुमति नहीं देने का जिक्र किया गया है। इसके साथ ही प्रशासन ने हाईकोर्ट, जिला न्यायालय, कलेक्ट्रेट, एसपी ऑफिस, जिला अस्पताल, सिम्स जैसी जगहों पर धारा 144 लागू कर दी है। ऐसे में यहां भी रैली और धरना-प्रदर्शन प्रतिबंधित है। बीते दिनों भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के साथ ही पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, विधायक धरमलाल कौशिक सहित नेताओं ने कलेक्टर से मिलकर अपने आयोजन की जानकारी दी थी। कलेक्टर सौरभ कुमार ने कहा कि भाजपा नेतओं ने अपने आयोजन की सूचना दी है लेकिन उन्हें किसी भी तरह की रैली और प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा नेताओं की ओर से सभा करने के संबंध में भी अनुमति नहीं ली गई है।