विकलांग हाे गया है पुलिस विभाग : भोंडेकर
एसपी और पवनी के थानेदार का तबादला करने का उठाया मुद्दा विकलांग हाे गया है पुलिस विभाग : भोंडेकर
डिजिटल डेस्क, भंडारा। पुलिस विभाग विकलांग हो गया है इसके लिए जिम्मेदार जिला पुलिस अधीक्षक तथा पवनी पुलिस थाने के थानेदार का तबादला किया जाए। जिले में चल रहे अवैध व्यवसायों को रोकने के लिए तथा एसपी के तबादले हेतु तत्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख तथा वर्तमान गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील को कई शिकायत दी हैं। खुद सांसद प्रफुल पटेल ने भी गृह विभाग से बात कर एसपी के तबादले की दो बार मांग की। पर किसी ने एसपी को बचा लिया। एसडीएम और राजस्व विभाग के कर्मचारियों पर लाठी, डंडों से हमला होता है। अधिकारियों को जान बचाने भागना पड़ता है। यह सब ढीली कानून व्यवस्था के कारण हो रहा है। मांग पूरी नहीं होने पर सोमवार 2 मई से आंदोलन करेंगे। यह जानकारी विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने विश्राम भवन में आयोजित पत्र-परिषद में दी।
विधायक भोंडेकर ने कहा कि पवनी पुलिस थाने में तहसीलदार के सामने रेत माफिया पटवारी को पीटते हैं। पर पुलिस कुछ नहीं कर पाती है। इसके लिए बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था जिम्मेदार है। भोंडेकर ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिले में दो एसपी हैं। छोटा एसपी कलेक्शन कर बड़े निर्णय लेता है। एसडीएम पर हुए हमले के लिए बड़ा व छोटा दोनों एसपी जिम्मेदार हैं। भोंडेकर ने कहा कि आने वाले समय में जिले में कितने सट्टा क्लब शुरू है, कैसे अवैध व्यवसाय चल रहे है। इसकी जानकारी आने वाले समय में दूंगा। भोंडेकर ने बताया कि सांसद प्रफुल पटेल जिले में कानून व्यवस्था बनी रहे इसलिए जिला पुलिस अधीक्षक के तबादले की दो बार मांग कर चुके हैं। पर किसी बड़े व्यक्ति के हस्तक्षेप से यह तबादले रोके गए। एसपी को किसका वरदान है यह आने वाल समय में बताएंगे। विधायक भोंडेकर ने सोमवार तक एसपी व पवनी के पुलिस निरीक्षक का तबादला नहीं हुआ तो सोमवार से आंदोलन करने की चेतावनी दी। साथ ही एसडीएम पर हुए हमले की जांच पुलिस निरीक्षक जगदीश गायकवाड से हटाने की मांग की।
विधायक की आक्रामकता पर संदेह
भंडारा व पवनी तहसील के रेत माफिया अब कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इन रेत माफियाओं में अलग-अलग राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों का समावेश है। पुलिस व राजस्व विभाग के कार्रवाई में नेताओं व उनके पदाधिकारियों का अनेक बार हस्तक्षेप होता है। रेत चोरी वर्षों से शुरू है पर विधायक भोंडेकर अब तक चुप बैठे रहे। रेत चोरी रोकने कभी कोई आंदोलन नहीं किया। रेत तस्करों में विधायक के करीबियों का समावेश बताया जाता है। चर्चा है कि जिला पुलिस अधीक्षक वसंत जाधव के कार्यकाल में जवाहरनगर पुलिस थाने में भीड़ लेकर स्कूल में घुसकर तोड़फोड़ करने के आरोप में विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। इसलिए वह जिला पुलिस अधीक्षक वसंत जाधव को निशाना बना रहे है।