वर्धा जिले के व्यवसायियों को शराब आपूर्ति करने वालों के परमिट होंगे रद्द
सख्ती वर्धा जिले के व्यवसायियों को शराब आपूर्ति करने वालों के परमिट होंगे रद्द
डिजिटल डेस्क, वर्धा । जिले में शराब बंदी होने के बावजूद बड़े पैमाने पर अवैध रूप से शराब की बिक्री की जाती है। पदभार संभालते ही शराब विक्रेताओं पर धड़ल्ले से कार्रवाई करने के कारण बिक्री नियंत्रण में आई है। इसके बावजूद कुछ विक्रेता चोरी छिपे अन्य जिले से शराब लाकर बेच रहे हैं। प्रतिदिन पास के जिले से जिले में लाई जाने वाली शराब प्रतिदिन पकड़ी जा रही है। आगे चलकर अन्य जिले से शराब खरीदकर लाने वाले व्यवसायी ने जिस दुकान से अवैध रूप से शराब खरीदी है। उस दुकान का परमिट रद्द करने के लिए पहल की जाएगी। यह जानकारी पुलिस अधीक्षक नुरूल हसन ने कार्यालय के सभागृह में पत्रकारों को दी।
पदभार संभालने के बाद एक महीने का कार्यकाल पूरा होने पर उन्होंने पत्रकारों के साथ औपचारिक चर्चा के लिए कार्यालय में बुलाया था। इस समय वे बोल रहे थे। उन्होंने एक महीने में जिले में विविध अपराधों के संदर्भ में की गई कार्रवाई का लेखाजोखा पत्रकारों के सामने रखा। उन्होंने बताया कि, एक महीने में शराबबंदी के 722 प्रकरणों में 775 आरोपियों पर मामले दर्ज किए गए। उनके पास से एक करोड़ 17 लाख 58 हजार 909 रुपए का माल जब्त किया गया। हाथभट्ठी के अड्डे पर 19 पुलिस थानों के तहत वॉशआउट मुहिम इस प्रकार कुल 87 स्थानों पर कार्रवाई की गई।
कार्रवाई में 96 लाख 37 हजार रुपए की शराब व सामग्री नष्ट की गई। साथ ही जहरीली शराब निकालने के 5 प्रकरण में 6 आरोपियों पर मामले दर्ज किए गए। उनके पास की एक लाख 74 हजार 750 रुपए की शराब व सामग्री नष्ट की गई। अवैध रूप से हथियार रखने वाले 23 आरोपियों के पास से 41 हजार 350 रुपए की साहित्य जब्त की गई। मादक पदार्थ की ब्रिक्री व सेवन करने के 5 प्रकरण में 6 आरोपियों पर कार्रवाई करते हुए 38 हजार 361 रुपए का माल जब्त किया गया। जुआ कानून के तहत 49 प्रकरण में 76 आरोपियों के पास से 5 लाख 32 हजार 723 रुपए का माल जब्त किया गया। 23 हजार 547 रुपए का गुटखा जब्त किया गया। अवैध रूप से जानवरों को ले जाने के 2 प्रकरण में 2 आरोपियों पर कार्रवाई करते हुए 5 लाख 56 हजार रुपए का माल जब्त किया हैै। वाहन चलाने के नियमों का हनन करने वाले 7 हजार 947 प्रकरण में 51 लाख 68 हजार 700 रुपए का जुर्माना वसूला गया।