चुनाव के एक दिन पूर्व से दिए जाने वाले राजनीतिक विज्ञापनों के लिए लेनी होगी परमिशन
चुनाव के एक दिन पूर्व से दिए जाने वाले राजनीतिक विज्ञापनों के लिए लेनी होगी परमिशन
डिजिटल डेस्क, नागपुर। चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार, चुनाव के एक दिन पूर्व से दिए जाने वाले राजनीतिक विज्ञापन के लिए मीडिया प्रमाणीकरण व नियंत्रण समिति (एमसीएमसी) से अनुमति लेना अनिवार्य है। विज्ञापनों को एमसीएमसी से प्रमाणित करना जरूरी है। अफवाह या आपत्तिजनक मटेरियल या विज्ञापन प्रकाशित होने से चूंकि विरोधी उम्मीदवार को सफाई का मौका नहीं मिलता, इसलिए यह एक तरह से उन पर अन्याय है। इसके पूर्व इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। लिहाजा, इसे रोकने के लिए चुनाव आयोग ने वोटिंग के एक दिन पूर्व व वोटिंग के दिन संबंधित विज्ञापनों को एमसीएमसी से प्रमाणित करने की शर्त जोड़ दी है। भारत चुनाव आयोग ने संविधान की धारा 324 के तहत यह आदेश जारी किया है। कोई भी राजनीतिक पार्टी, उम्मीदवार, संगठन या व्यक्ति मतदान के एक दिन पहले से बगैर प्रमाणन के विज्ञापन प्रकाशित नहीं कर सकेंगे।
सख्त कार्रवाई की चेतावनी
प्रदेश में पहले चरण में 11 अप्रैल को मतदान होगा और इसे देखते हुए 10 व 11 अप्रैल को प्रमाणित विज्ञापन ही प्रकाशित किए जा सकेंगे। दूसरे चरण का मतदान 18 अप्रैल को है। तीसरा चरण 23 अप्रैल व चौथे चरण का मतदान 29 अप्रैल को है। आदेश का उल्लंघन करने पर चुनाव आयोग के निर्देश पर उम्मीदवार पर सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
जिले में 47 पोलिंग स्टेशन बढ़े
{वोटरों की संख्या बढ़ने का असर
नागपुर जिले में वोटरों की संख्या में इजाफा होने से पोलिंग स्टेशनों की संख्या भी बढ़ गई है। नागपुर व रामटेक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 4382 पोलिंग स्टेशन थे। अब इसमें 47 बूथों की वृद्धि हो गई है। नागपुर व रामटेक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 11 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे।
नजर रख रही विजिलेंस टीम
आदर्श आचार संहिता का प्रभावी अमल हो, इसलिए चुनाव आयोग की तरफ से कई कदम उठाए गए हैं। चुनाव पारदर्शी हो आैर वोटरों को किसी तरह का प्रलोभन देने की कोशिश की रोकथाम के लिए जिले में कई टीमें तैनात की गई हैं। नागपुर व रामटेक लोकसभा क्षेत्र में 24-24 ऐसे 48 फ्लाइंग स्क्वॉड बनाए गए हैं। 24 एंबुलेंस व दमकल की 24 गाड़ियां तैनात की गई हैं, जो आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। विविध राजनीतिक पार्टियों के कार्यक्रम, रैली आदि पर नजर रखने के लिए वीडियो विजिलेंस टीम भी बनाई गई है।
जिले के लिए 6111 वीवीपैट
नागपुर लोकसभा क्षेत्र में 2 हजार 65 पोलिंग स्टेशन रहेंगे। पहले की तुलना में 28 पोलिंग स्टेशन बढ़ गए हैं। रामटेक लोकसभा में 2 हजार 364 पोलिंग स्टेशन हो गए हैं। यहां 19 पोलिंग स्टेशन बढ़े हैं। जिले के लिए 6111 वीवीपैट उपलब्ध हैं। वीवीपैट के संबंध में जिले में जनजागृति कर दो लाख से ज्यादा वोटरों ने वोटिंग का प्रात्यक्षिक किया है।