चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश में यात्री का हाथ कटा
चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश में यात्री का हाथ कटा
डिजिटल डेस्क,नागपुर। शुक्रवार को नागपुर रेलवे स्टेशन पर एक दिल दहला देनेवाली घटना हुई । एक यात्री की चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश नाकाम हुई। पैर फिसलने से वह गाड़ी के नीचे जा गिरा। हादसे में यात्री का एक हाथ कट गया। प्लेटफार्म पर खड़े यात्री यह देख सन्न रह गये। घटना की जानकारी रेलवे व्यवस्था व आरपीएफ को मिलते ही घटनास्थल पर स्टाफ पहुंचा। परिसर में बूट पॉलिश का काम करने वाले हीरालाल गमघरे व आनंद कनोजे ने यात्री को घायल अवस्था में उठाकर स्ट्रैचर पर रखा। कुछ देर बाद यात्री को मेयो अस्पताल भेजा गया। खबर लिखे जाने तक यात्री का नाम, पहचान नहीं हो सकी थी।
नागपुर रेलवे स्टेशन पर रोज ही गाड़ियों का आना-जाना शुरू रहता है। प्लेटफार्म पर सुबह से ही यात्रियों की भीड़ लगी रहती है। कई बार समय पर नहीं पहुंचने से यात्री चलती गाड़ियों में चढ़ने की नाकाम कोशिश करते हैं। इसी तरह की एक नाकाम कोशिश उपरोक्त घटना में की गई। प्रत्येक्षदर्शीयों के अनुसार ट्रेन नंबर 12105 मुंबई से गोंदिया जानेवाली विदर्भ एक्सप्रेस नागपुर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 3 पर खड़ी थी। सुबह 9 बजे यह गाड़ी गोंदिया के लिए निकली थी। गाड़ी धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रही थी। ऐसे में उपरोक्त घायल यात्री मुंबई एंड की ओर से गाड़ी के जनरल कोच में चढने की कोशिश करने लगा, उसने दरवाजे के हैंडल को हाथ पकड़ा, लेकिन पैर सीढी पर जमा नहीं सका था। ऐसे में संतुलन बिगड़ने से वह चलती ट्रेन के नीचे आ गया।
प्लेटफार्म पर खड़े लोगों ने घटना के बाद जमकर शोर मचाया, लेकिन तब तक काफी देर हो गई थी। गाड़ी के पहियों में यात्री का एक हाथ आ जाने से हाथ पूरी तरह से कट गया था। गाड़ी निकलने के बाद यह दृष्य देख हर किसी के रोंगटे खड़े हो गये थें। इस बीच उक्त दो व्यक्ति बूट पॉलिश करनेवाले युवकों ने पटरी से उतर कर यात्री को ऊपर किया। दर्द से कराहता यात्री कुछ ही देर में बेहोश हो गया। आरपीएफ को जानकारी मिलते ही स्टेशन मास्टर के साथ रेलवे चिकित्सक भी घटनास्थल पर पहुंचे, जिसके थोड़ी देर बाद ही एम्बुलेंस की मदद से यात्री को मेयो के लिए रवाना किया गया। जहां उसकी हालत चिंताजनक बताई जा रही है।
पटरी पर पड़ा था, हाथ
घायल यात्री को जब प्लेटफार्म पर लाकर स्ट्रेचर पर रखा गया, इस दौरान उस का हाथ काफी समय तक पटरी पर ही पड़ा था। घटना की जानकारी जैसे-जैसे परिसर में फैल रही थी, वैसे-वैसे लोगों की भीड़ यहां इकठ्टी हो रही थी। पटरी पर पड़े हाथ को देख हर किसे के दिल की धड़कनें तेज हो रही थी।