RTE : एडमिशन की खामियां बढ़ा रही पैरेंट्स का सिरदर्द
RTE : एडमिशन की खामियां बढ़ा रही पैरेंट्स का सिरदर्द
डिजिटल डेस्क,नागपुर। RTE एडमिशन की खामियां पैरेंट्स का सिरदर्द बढ़ा रही है। आवेदन भरने के दिन से शुरू हुई तकनीकी खामियां स्कूल में प्रवेश लेने तक पैरेंट्स का पीछा छोड़ते नहीं दिख रही है। ड्रॉ में नंबर लगने के बाद दस्तावेजों का वेरिफिकेशन चल रहा है। स्कूल से एक किलोमीटर के दायरे में आने वाले आवेदकों को प्रवेश पत्र दिए जा रहे हैं। दस्तावेजों के वेरिफिकेशन के साथ निवास से स्कूल का अंतर नापा जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि वेबसाइट में तकनीकी खामी के चलते सही अंतर नहीं मिल रहा है। एक ही आवेदक का अंतर नापने पर हर बार अलग-अलग अंतर बताया जा रहा है, जिसके चलते वेरिफिकेशन कमेटी भी उलझन में है। वेबसाइट की गति धीमी हो जाने से प्रवेश पत्रों का प्रिंट निकालने के लिए काफी समय बर्बाद हो रहा है। इसका खामियाजा अभिभावकों को भुगतना पड़ रहा है।
स्कूलों की मनमानी जारी
गौरतलब है कि RTE अंतर्गत प्रवेश प्रक्रिया में अभिभावकों के साथ स्कूल प्रबंधन की मनमानी जारी है। आए दिन नई-नई समस्या सामने आ रही है। इस संदर्भ में RTE एक्शन कमेटी को और शिकायत मिली है कि,स्कूल में प्रवेश के लिए पालकों से स्टाम्प पेपर पर शपथपत्र मांगा जा रहा है। अन्यथा देख लेने की धमकी दी गई है। जबकि स्कूल को दस्तावेजों का वेरिफिकेशन करने या किसी भी प्रकार का शपथपत्र लेने का कोई अधिकार नहीं है। वेरिफिकेशन कमेटी से प्रवेश पत्र देने के बाद बिना फीस लिए स्कूल में प्रवेश देना अनिवार्य है। RTEएक्शन कमेटी ने इस प्रकरण को गंभीरता से लिया है। चेयरमैन शाहिद शरीफ ने कहा कि स्टूडेंट को देख लेने की धमकी देने वाले स्कूल की डीडब्ल्यूसी से शिका यत की जाएगी।
4 मई तक बढ़ी वेरिफिकेशन अवधि
स्टूडेंट्स के वेरिफिकेशन की अवधि बढ़ाकर 4 मई तक कर दी गई है। जिन बालकों के दस्तावेज वेरिफिकेशन करने रह गए हैं, उनसे जल्द से जल्द वेरिफिकेशन कमेटी के पास जमा कराने की अपील की गई है।