ऑटिज्म पीड़ित बच्चों के माता-पिता 24X7 हेल्प लाइन पर कर सकते हैं बात दिव्यांगजनों की समस्याओं के समाधान के लिये हैं टोल फ्री हेल्प लाइन!
ऑटिज्म पीड़ित बच्चों के माता-पिता 24X7 हेल्प लाइन पर कर सकते हैं बात दिव्यांगजनों की समस्याओं के समाधान के लिये हैं टोल फ्री हेल्प लाइन!
डिजिटल डेस्क | आगर-मालवा सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल ने दिव्यांगजनों से उनकी विभिन्न प्रकार की समस्याओं के समाधान के लिये शासन द्वारा संचालित टोल फ्री हेल्प लाइन नम्बरों का प्रयोग करने की अपील की है। श्री पटेल ने कहा कि ऑटिज्म (स्वलीनता) विकार के लक्षणों को समझने और पहचानने के लिये माता-पिता अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की टोल फ्री हेल्प लाइन 1800-11-7776 पर 24 घंटे में कभी भी फोन कर सकते है। मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास से संबंधित मामलों पर कॉउसंलिंग के लिये टोल फ्री हेल्प लाइन नम्बर 1800-599-0019 भी दिन-रात कार्यरत है।
हेल्पलाइन नम्बरउद्देश्यनिर्धारित समय 1800117776माता-पिता के लिये ऑटिज्म लक्षण और सामस्याओं के समाधान संबंधी24x7 18005726422मानसिक स्वास्थ्य संबंधी विषय विशेष शिक्षा ऑक्यूपेशनल चिकित्सा संबंधी व्यावसायिक परामर्श स्पीच थैरेपी फिज़ियोथैरेपी इत्यादिसुबह 9:30 से शाम 5:30 बजे तक 18001805129दिव्यांगजनों के लिये सहायक उपकरण संबंधीसुबह 9:30 से शाम 5 बजे तक 1800114515ऋण योजनाओं के लिये सूचना एवं परामर्श कौशल प्रशिक्षण के लिये सूचना एवं परामर्श छात्रवृति संबंधी योजना के लिये सूचना दिव्यांगजन स्वावलंबन योजना के लिये सूचना विशेष माइक्रोफाइनेंस पर सूचना एवं परामर्शसुबह 9:30 से शाम 5 बजे तक 18005990019मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास24x7 प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण श्री प्रतीक हजेला ने बताया कि ऑटिज्म एक मानसिक बीमारी है, जो एक से 5 वर्षीय बच्चों में देखने में आती है।
बच्चे देखने में नार्मल लगते है, लेकिन अपने में लीन रहते है। यदि बच्चा ठीक से बोल नहीं पाता, पूछने पर जवाब नहीं दे पाता, नये लोगों से मिलने पर डरता है, आँख मिलाकर बात नहीं कर पाता, बहुत अधिक बेचैन हो जाता है, विकास बहुत ही धीमा है और रोजाना एक ही तरह का खेल खेलना पसन्द करता है, तो वह ऑटिज्म से पीड़ित हो सकता है। ऐसे में देश के उत्कृष्ट स्वास्थ्य संस्थान एम्स, दिल्ली की हेल्प लाइन पर संपर्क करें। इसी तरह दिव्यांगजनों के लिये मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित मुददों, विशेष शिक्षा, ऑक्यूपेशनल थैरेपी, वोकेशनल कॉउसंलिंग, स्पीच थैरेपी और बौद्धिक दिव्यांगजनों की फिजियोथेरेपी से संबंधित जानकारी के लिये राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान के टोल फ्री हेल्प लाइन नंबर 1800-572-6422 पर सोमवार से शुक्रवार, सुबह 9 बजे से शाम 5:30 बजे तक संपर्क कर सकते है।
भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण विभाग ने दिव्यांगजनों के लिये सहायक उपकरणों के बारे में जानकारी प्रदान करने और इन उपकरणों को ठीक करने के लिये हेल्प लाइन नम्बर 1800-180-5129 शुरू की है। इस टोल फ्री नम्बर पर भी सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक संपर्क किया जा सकता है। राष्ट्रीय दिव्यांगजन वित्त विकास निगम दिव्यांगजनों के लिये सस्ती दरों पर ऋण सुविधा और कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संचालन करता है। ऋण योजना, कौशल प्रशिक्षण, दिव्यांगजन स्वावलबंन योजना, विशेष माइक्रोफाइनेंस योजना के संबंध में जानकारी और दिशा-निर्देश के लिये एनएचएफडीसी के टोल फ्री हेल्प लाइन नम्बर 1800-11-4515 पर सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 9:30 से शाम 5:30 के मध्य संपर्क कर सकते है।