जियोलॉजिकल और वॉटर सर्वे टीम ही बता पाएगी मिस्ट्री स्पॉट का सच, जहां गाड़ी ऑटोमेटिक लुड़कने के दावे, वहां मिली हल्की ढलान
मध्य प्रदेश जियोलॉजिकल और वॉटर सर्वे टीम ही बता पाएगी मिस्ट्री स्पॉट का सच, जहां गाड़ी ऑटोमेटिक लुड़कने के दावे, वहां मिली हल्की ढलान
डिजिटल डेस्क, सिवनी। धूमा के पास हाइवे में जिस जगह पर विश्व का तीसरा मिस्ट्री स्पॉट होने का दावा किया गया उस दावे की जमीनी हकीकत देखने के लिए राजस्व विभाग की टीम ने निरीक्षण किया। हाइवे में जहां पर गाड़ी स्वत: लुड़कने(बिना गिरर के चलने) की बात कही गई असल में वहां पर टीम को हल्की ढलान मिली। ऐसे में टीम का कहना है कि यह तो स्वाभाविक है कि जहां ढलान है गाड़ी वहां लुड़केगी ही। हालांकि नैचुरोपैथी डॉ नरेश दयानी का कहना है कि यहां पर ही तीसरा मिस्ट्री स्पॉट है। इस मामले को लेकर राजस्व अधिकारियों का कहना है कि जियोलॉजिकल और वॉटर सर्वे की टीम की जांच से ही इस दावे की सच्चाई पता लग पाएगी।
ये है मामला
जानकारी के अनुसार नैचुरोपैथी डॉ नरेश दयानी ने कहा है कि जब वे करीब छह माह पहले कटनी से वापस नागपुर की ओर लौट रहे थे तो धूमा के पास जब गाड़ी रोकी तो उन्हें ताजगी महसूस हुई। यहां तक की गाड़ी बिना एक्सीलेटर दिए स्वत: लुड़कने लगी थी। तब उन्हें यह लगा कि यहां पर मिस्ट्री स्पॉट है। यहां पर गाड़ी ३० से ४० किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से बिना गियर और एक्सीलेटर दिए चल सकती है। यानी यह जगह जीरो ग्रेविटी(शून्य गुरुत्वाकर्षण) वाला प्वाइंट है।
एनएचएआई के आधीन रोड
राष्ट्रीय राज्यमार्ग क्रमाक ३४ में धूमा से करीब दस किमी दूर बंजारी क्षेत्र में मिस्ट्री स्पॉट बताया गया है। अब यह रोड एनएचएआई के आधीन है। प्राथमिक जांच करने पहुंचे राजस्व अमले ने खुद वाहन चलाकर देखा लेकिन उन्हें कोई ऐसा ऐहसास नहीं हुआ कि गाड़ी अपने आप चल र रही है। वह जगह लगभग समतल है और हल्की ढलान है। और जहां से वाहन अपने आप चलने का दावा किया जा रहा है वहां पर हल्की ढलान ही है।
इनका कहना है
मिस्ट्री स्पॉट जिस जगह बताया गया है वहां की जमीन लगभग समतल है और हल्की ढलान दिखती है। ऐसे में वाहन अपने आप लुड़कना स्वाभाविक है। पंचनामा बनाकर एसडीएम को सौंप दिया गया है। जियोलॉजिकल और वॉटर सर्वे के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
- दिलीप हनवत, नायब तहसीलदार, लखनादौन