श्रीरामराजा सरकार ओरछा में लौटी राजशाही रंगत, ठाठ के साथ जली दिव्य ज्योति
श्रीरामराजा सरकार ओरछा में लौटी राजशाही रंगत, ठाठ के साथ जली दिव्य ज्योति
डिजिटल डेस्क, ओरछा/टीकमगढ़। विश्व में प्रसिद्ध ओरछा के श्रीरामराजा सरकार मंदिर में एक बार फिर राजशाही रंगत लौटाने का प्रयास शुरू हो गया है। स्थानीय लोगों के सुझाव पर रात में ब्यारी की आरती के बाद श्रीरामराजा मंदिर से दिव्य ज्योति को भव्य तरीके से गिरवरधारी हनुमान मंदिर तक ले जाया जाने लगा है। ज्योति को चौकी पर विराजमान कर ऊपर छत्र लगाकर बुंदेली भजन कीर्तन करते हुए मंदिर के पुजारी और श्रद्धालु हनुमान मंदिर तक ले जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि श्रीराम दिन में ओरछा में रहकर भक्तों के दुख दूर करते हैं। रात में विश्राम के लिए अयोध्या चले जाते हैं। मंदिर में करीब 450 साल से यही परंपरा चली आ रही है।
उत्साह के साथ मनाए जाएं त्यौहार
दरअसल, निवाड़ी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने कुछ दिन पहले मंदिर से जुड़े श्रद्धालुओं की एक बैठक ली थी, जिसमें स्थानीय लोगों ने कहा था कि राजशाही दौर में परंपराएं राजसी ठाठ-बाट के साथ मनाई जाती थीं, लेकिन अब इनमें कुछ गिरावट आई है। लोगों के सुझाव पर कलेक्टर ने निर्देश देते हुए कहा था कि मंदिर में प्रमुख त्यौहार उत्साह के साथ मनाए जाएं। साथ ही रात में ब्यारी की आरती के बाद दिव्य ज्योति को भव्य तरीके से हनुमान मंदिर तक लेकर जाएं। कलेक्टर के निर्देश के बाद मंदिर समिति ने पालन शुरू कर दिया है। अब रात में ब्यारी की आरती के बाद मंदिर के पुजारी व श्रद्धालु ज्योति को राजसी ठाठबाट के साथ हनुमान मंदिर तक ले जाने लगे हैं।
तीन दिन रथ में सजेगा श्रीराम दरबार
जगन्नाथ रथयात्रा के साथ ही ओरछा में श्रीराम दरबार को गर्भ गृह से बाहर रथ में विराजमान किया जाता है। रथ यात्रा के मौके पर तीन दिन तक चौक में रखे रथ में श्रीराम दरबार सजाया जाएगा। इस बार 4 जुलाई को श्रीराम, लक्ष्मण और सीता जी को रथ में विराजमान किया जाएगा। इसी दिन गुरु पुष्य नक्षत्र भी है। मंदिर के आचार्य वीरेंद्र बिदुआ ने बताया कि रथयात्रा गुरु पुष्य के दिन शुरू हो रही है, जो अत्यंत फलदाई है। इस दिन भक्तों को आम, दाल, जामुन प्रसाद के रूप में बांटा जाएगा। श्रीरामराजा सरकार के रथ में दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु ओरछा आएंगे।