OCW का मनमाना कामकाज, भेज दिया 60 हजार पानी का बिल, हर्जाने का नोटिस मिलते ही बिल किया 7 हजार

OCW का मनमाना कामकाज, भेज दिया 60 हजार पानी का बिल, हर्जाने का नोटिस मिलते ही बिल किया 7 हजार

Bhaskar Hindi
Update: 2019-03-25 05:50 GMT
OCW का मनमाना कामकाज, भेज दिया 60 हजार पानी का बिल, हर्जाने का नोटिस मिलते ही बिल किया 7 हजार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ऑरेंज सिटी वॉटर (ओसीडब्ल्यू) पर पानी का ज्यादा बिल भेजने के आरोप आए दिन लगते रहते हैं। हाल ही में ऐसा ही एक और मामला सामने आया है, जिसमें बिल भुगतान के बाद घर मालिक को 16,128 रुपए का बिल आया। लंबे-चौड़े बिल से परेशान घर मालिक ने कई सारी शिकायतों और सूचना के अधिकार में जानकारी मांगने के साथ ही पानी के मीटर की जांच करवाई।  तब तक पानी का बिल 60 हजार रुपए हो चुका था। जब संबंधित विभाग द्वारा कोई सुनवाई नहीं की गई, तो घर मालिक ने प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए ओसीडब्ल्यू सहित मनपा आयुक्त आदि को नोटिस भेज कर 1 लाख रुपए का हर्जाना मांगा। नोटिस मिलते ही बिल को 60 हजार से सुधारित कर 7 हजार रुपए कर दिया गया।

परेशान होती रही महिला
वाठोड़ा ले-आउट स्थित श्रीकृष्ण नगर प्लॉट नंबर 135 निवासी बेबीताई पांडे ने अपने पानी का बिल 31 जुलाई 2016 तक का भुगतान किया था। इसके बाद भी उन्हें 16,128 रुपए के पानी का बिल भेजा गया। घर के एक नल कनेक्शन का इतना ज्यादा बिल देखकर वह हैरान हो गईं और इसकी शिकायत उन्होंने स्थानीय नेहरू नगर जोन कार्यालय में 18 अगस्त को की। कार्रवाई नहीं होने के बाद उन्होंने मीटर की जांच करने की मांग की। 1 दिसंबर 2016 को जांच रिपोर्ट में कहा गया कि मीटर सील के पास से लीकेज है, इसलिए मीटर को बदल कर आईएसओ-4064 क्लास बी का मीटर लगवाएं। घर मालिक ने बिल के संबंध में जानकारी सूचना के अधिकार में भी मांगी। फिर भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। अधिक बिल होने के कारण घर मालिक ने भी बिल का भुगतान नहीं किया। ओसीडब्ल्यू ने हाल ही में 58,170 रुपए का बिल भेजकर 2 मार्च तक भरने का समय दिया। 

30 मार्च तक दिया समय
शिकायतकर्ता ने परेशान होकर एड. सोनिया गजभिये के माध्यम से ओसीडब्ल्यू के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अभियंता व नेहरू नगर जोन के अधिकारी को नोटिस भेजा, जिसमें शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाते हुए 1 लाख रुपए का हर्जाना मांगा। नोटिस मिलते है ओसीडब्ल्यू ने 58,170 रुपए के बिल को घटाकर  6,929 रुपए कर दिया और 30 मार्च तक भरने का समय दिया है। इस मामले में ओसीडब्ल्यू के जनसंपर्क अधिकारी सचिन द्रवेकर से जब उनका पक्ष जानना चाहा, तो उन्होंने देख कर जानकारी देने की बात कह कर मामले को टाल दिया।

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